चीन की संसद का वाषिर्क सत्र एक दशक में नेतृत्व परिवर्तन की व्यवस्था के तहत नवनिर्वाचित राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाथों में कमान सौंपे जाने के साथ ही संपन्न हो गया. शी ने इस मौके पर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और देश की जनता का आह्वान करते हुए उन्हें ‘चीनी सपनों’ को हकीकत में बदलने की दिशा में काम करने के लिए उठ खड़े होने को कहा.
चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की समापन बैठक में शी ने कहा कि बेहतर जीवन के लिए जनता की उम्मीदों और समय के चलन के मद्देनजर हम जरा सी भी ढिलाई नहीं बरत सकते.
शी ने कहा कि हमें लगातार प्रयास करने होंगे, दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा. चीन की चारित्रिक विशेषताओं के साथ समाजवाद को आगे ले जाना होगा और चीनी राष्ट्र में नयी जान फूंकने के लिए चीनी सपनों को हासिल करने की दिशा में काम करना होगा.
चीनी सत्ता के हस्तांतरण के साथ ही शी का संबोधन संपन्न हो गया. एक दशक तक प्रशासन की कमान इससे पूर्व हू जिनताओ तथा वेन जियाबाओ के हाथों में रही थी और उन्होंने शी तथा प्रधानमंत्री ली क्विंग के हाथों में देश को सौंपा है जिनसे अगले एक दशक में चीन को प्रगति की नयी उंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि ‘चीनी सपनों’ को पूरा करने के लिए चीन को चीन के रास्ते पर बढ़ना होगा. नेतृत्व की कमान संभालने के बाद नए नेताओं ने कैबिनेट के 25 मंत्रियों और कई अन्य अधिकारियों के नामों का ऐलान किया.