हिंद महासागर के सुदूर दक्षिण हिस्से में चीनी उपग्रहों द्वारा एक बड़ी वस्तु का पता लगाया गया है, जो लापता मलेशियाई विमान का मलबा हो सकता है. वहीं, विमान की तलाश तीसरे हफ्ते भी जारी है.
मलेशियाई रक्षा एवं परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कुआलालंपुर में संवाददातओं को बताया कि यह वस्तु 22.5 मीटर लंबी और 13 मीटर चौड़ी है. उन्होंने बताया कि चीन इसे सत्यापित करने के लिए जहाज भेज रहा है. चीन ने बाद में कहा कि उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से जाहिर होता है कि 'तैरती हुई वस्तु' 18 मार्च मंगलवार के दिन दोपहर करीब 12 बजे देखी गई. यह वस्तु पश्िचमी ऑस्ट्रेलिया के सुदूर पश्िचम समुद्र में 16 मार्च को एक अन्य उपग्रह से दिखे मलबे से करीब 120 किलोमीटर दक्षिण पश्िचम में दिखी.
चीन के स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री फॉर नेशनल डिफेंस ने बताया कि ये तस्वीरें हिंद महासागर के सुदूर
दक्षिण क्षेत्र में 18 मार्च को गाओफेन 1 उपग्रह से दोपहर करीब 12 बजे ली गई. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि संदिग्ध
वस्तु का स्थान ऑस्ट्रेलिया द्वारा पता लगाए गए स्थान से करीब 120 किलोमीटर दूर है. मलेशियन एयरलाइंस का बीजिंग जा रहा बोइंग
777 विमान आठ मार्च को राडार के स्क्रीन से ओझल हो गया. कुआलालंपुर से उड़ान भरने के एक घंटे बाद ही ऐसा हुआ.
इसमें पांच भारतीय और भारतीय मूल के एक कनाडाई यात्री भी सवार थे. विमान की तलाश में चीनी उपग्रहों द्वारा मुहैया की गई यह
दूसरी तस्वीर है. इस बीच ऑस्ट्रेलियाई उपग्रहों ने हिंद महासागर में दो तैरती वस्तुओं का पता लगाया, जो पर्थ से करीब 2500
किलोमीटर दक्षिण पश्िचम में हैं. हालांकि, हवाई तलाश के बावजूद इसके सटीक स्थान का पता नहीं चल सका.
26 देश तलाशने में जुटे
तलाशी अभियान में कम से कम छह विमान शामिल हैं, जिनमें दो निजी विमान भी हैं. हालांकि दो ऑस्ट्रेलियाई विमान बगैर कुछ पाए
वापस लौट गए हैं. चीन, जापान और ब्रिटेन द्वारा मुहैया कराए गए अतिरिक्त जहाज भी बाद में इस तलाश में शामिल होंगे.
मलेशियाई
विमान की उड़ान संख्या एमएच370 का पता लगाने के लिए तैनात किए गए पांच निगरानी विमानों और एक जहाज ने कल इलाके में
खोजबीन की थी लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला जिससे दो सप्ताह पूर्व रहस्यमय तरीके से लापता हुए विमान का पता लगाने में सफलता
मिलने की उम्मीदें टूट गईं.
26 देशों समेत तलाशी दल विमान का पता लगाने की अब भी कोशिश कर रहे हैं. बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने बताया कि चीन ने मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया को नई वस्तु के बारे में सूचना दी है.