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ओसामा को मारने की कार्रवाई के दौरान साथ थे CIA एजेंट

पाकिस्तान के ऐबटाबाद में विश्व के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के लिए चलाए गए अभियान के बारे में एक नया खुलासा सामने आया है. इसमें कहा गया है कि 38 मिनट की कार्रवाई के दौरान इस बात की संभावना है कि सीआईए के एजेंट ओसामा के घर के आसपास मौजूद रहे हों.

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ओसामा बिन लादेन
ओसामा बिन लादेन

पाकिस्तान के ऐबटाबाद में विश्व के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के लिए चलाए गए अभियान के बारे में एक नया खुलासा सामने आया है. इसमें कहा गया है कि 38 मिनट की कार्रवाई के दौरान इस बात की संभावना है कि सीआईए के एजेंट ओसामा के घर के आसपास मौजूद रहे हों.

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ऐबटाबाद आयोग के समक्ष पाकिस्तान आर्मी बोर्ड ऑफ इन्‍क्वायरी की गवाही के अनुसार संभव है कि अमेरिकी हेलीकाप्टरों को वे एजेंट रास्ता दिखा रहे हों, जो कि ओबामा के परिसर के आसपास पहले से मौजूद थे.

न्‍यूज चैनल अल जजीरा द्वारा लीक आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, ‘इस बारे में संदेहास्पद गतिविधियों की जानकारी है, जिससे संकेत मिलता है कि कार्रवाई की योजना और इसे लागू करने में सीआईए का जमीनी सहयोग था.’

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इसमें हेलीकाप्टरों के लिए रास्ता बनाने के लिए पेड़ों की कटाई, ओसामा के परिसर के आसपास संभावित यूएसएआईडी कर्मचारियों के लिए मकान किराए पर लेना तथा इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास से चार से पांच लैंड क्रूजर्स वाहनों की पेशावर-ऐबटाबाद की ओर रवानगी शामिल है.’
आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इस्लामाबाद से आने वाले अमेरिकी दूतावास कर्मियों जिन्हें ऐबटाबाद जाते देखा गया है, उनके बारे में संभावना है कि वे सीआईए के एजेंट हों, जो कि हेलीकाप्टरों की सहायता करने के लिए आये हों.’

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कार्रवाई की सहायता के लिए जमीन पर सीआईए के नेटवर्क की संभावना के सवाल पर रिपोर्ट के एक हिस्से में कहा गया है, ‘काफी व्यापक नेटवर्क मौजूद होने की पूरी संभावना है. एक नेटवर्क ओसामा के छिपने का पता लगाने के लिए रहा होगा, जबकि दूसरा इस बात की पुष्टि के लिए होगा कि वास्तव में वह वहां पर छिपा हुआ है या नहीं.’

इसमें कहा गया है ‘ओसामा को मार गिराने में मदद के लिए लगभग निश्चित रूप से सीआईए कर्मियों के एक अलग नेटवर्क के भी होने की संभावना है.’ आयोग की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कार्रवाई से पहले शाम में इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास से जिन वाहनों को निकलकर ऐबटाबाद की ओर जाते देखा गया था. इसके साथ ही ऐसी रिपोर्ट मिली थी कि ऐसे ही वाहन ओसामा के परिसर के पास देखे गए थे जिससे इस संदेह की और पुष्टि होती है.

इसमें कहा गया है कि ऐसी भी रिपोर्ट है कि कार्रवाई से एक दिन पहले लोगों को घरों के भीतर रहने और बच्चों को स्कूल नहीं भेजने को कहा गया था.

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कुछ लोगों के अनुसार पेड़ों की कटाई हेलीकाप्टरों के लिए रास्ता बनाने के लिए की गई थी. पेड़ों की कटाई क्यों की गई? क्या कोई सुरक्षित मकान था? जब हेलीकाप्टर उतरे तो किसने लोगों को मकान में प्रवेश करने से रोका’ आदि.

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रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इससे एक बार फिर यह बात सामने आयी है कि कार्रवाई से पहले और उसके दौरान सीआईए का सहयोग नेटवर्क होने के बारे में पर्याप्त सूचना नहीं होना एक बड़ी गुप्तचर विफलता थी. निश्चित तौर पर सीआईए का नेटवर्क था.’

दूसरी पेचीदा बात यह थी कि ओसामा को मारने के लिए कार्रवाई शुरू होने से पहले बिजली कट गई थी और बिजली कार्रवाई के बीच में ही आई.

रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई उस सीआईए नेटवर्क की व्यापकता और प्रकृति का खुलासा करने में असफल रही, जो कि ओसामा का पता लगाने और उसे मार गिराने में लगा हुआ था. इस नेटवर्क की मौजूदगी पर कोई संदेह नहीं है.

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘आईएसआई के महानिदेशक ने आयोग को बताया कि पाकिस्तान बहुत कमजोर है और वह अमेरिकी नीतियों से अपना बचाव करने के वास्ते जरूरी कदम उठाने के लिए अमेरिका पर ही निर्भर है.’

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