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दिन में 40 सिगरेट पीने वाले बच्‍चे को लगी खाने की लत

जब वह दो साल का था तब उसकी सिगरेट पीती हुईं तस्‍वीरों ने दुनिया को हैरान कर दिया था. अब वह बच्‍चा पांच साल का हो चुका है और उसकी सिगरेट पीने की लत भी छूट चुकी है, लेकिन अब उसे खाने की लत लग गई है.

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आल्‍दी रिजाल
आल्‍दी रिजाल

जब वह दो साल का था तब उसकी सिगरेट पीती हुईं तस्‍वीरों ने दुनिया को हैरान कर दिया था. अब वह बच्‍चा पांच साल का हो चुका है और उसकी सिगरेट पीने की लत भी छूट चुकी है, लेकिन अब उसे खाने की लत लग गई है.

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हम यहां इंडोनेशिया के एक गांव में रहने वाले आल्‍दी रिजाल की बात कर रहे हैं. रिजाल दो साल की उम्र से ही चेन स्‍मोकर बन गया था और सिगरेट फूकती हुईं उसकी तस्‍वीरें अंतरराष्‍ट्रीय मीडिया की सूर्खियां बनी रहीं. आपको बता दें कि आल्‍दी एक दिन में 40 सिगरेट पी जाता था.

तस्‍वीरों ने खूब सनसनी मचाई. इसके बाद इंडोनेशिया की सरकार ने बच्‍चे की सिगरेट पीने की लत छुड़ाने के लिए एक खास पुनर्वास ट्रीटमेंट शुरू किया. इस ट्रीटमेंट के तहत आल्‍दी को प्‍ले (खेल) थेरेपी सेशन के लिए राजधानी जकार्ता भेजा गया, ताकि वह एक आम बच्‍चे की तरह जीना सीख सके.

अब तीन साल बाद एक डॉक्‍यूमेंट्री सीरीज की टीम ने आल्‍दी के घर जाकर यह पता लगाने की कोशिश की कि अब वह कैसा है. टीम ने पाया कि हालांकि आल्‍दी सिगरेट छोड़ने में तो कामयाब रहा, लेकिन वह अभी भी बीमार है.

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पुनर्वास ट्रीटमेंट के दौरान मनोवैज्ञानिकों ने आल्‍दी की मां से कहा कि वे उसे खेलने में व्‍यस्‍त रखें. साथ ही उन्‍होंने सिगरेट से होने वाले नुकसान के बारे में भी उन्‍हें बताया. अभी भी एक मनोवैज्ञानिक बीच-बीच में आल्‍दी से मुलाकात करने आता है तकि उसे वापस पुरानी लत न लग जाए.

आल्‍दी की 28 वर्षीय मां ने बताया, 'अभी भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो उसे सिगरेट देते हैं, लेकिन आल्‍दी मना कर देता है. वह कहता है कि अगर उसने फिर से सिगरेट पी तो वह बीमार हो जाएगा. शुरुआत में जब हम उसकी सिगरेट छुड़ा रहे थे तो वो बहुत परेशान करता था और हमें मदद के लिए मनोवैज्ञिक को बुलाना पड़ता था. लेकिन अब उसे सिगरेट नहीं चाहिए.'

अब आल्‍दी की मां उसके बढ़ते वजन को लेकर परेशान हैं क्‍योंकि अब वह बहुत ज्‍यादा खाना खाता है. वे बताती हैं कि रिजाल जिस तरह पहले सिगरेट मांगता था, अब वह उसी तरह खाना मांगता है. उन्‍होंने कहा, 'आल्‍दी ने जब पहले सिगरेट छोड़ी थी तो वो खिलौनों की मांग करत था. अगर उसकी इच्‍छा पूरी नहीं होती थी तो वो अपना सिर दीवार पर पटकने लगता था. उसके गुस्‍से और रोने-धोने को देखते हुए मैं उसे सिगरेट दे देती थी. अब मैं उसे सिगरेट नहीं देती, लेकिन अब वो खाता बहुत है.'

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आल्‍दी के घरवाले उसे नूट्रिशनिस्ट के पास ले गए, जिन्‍होंने उन्‍हें बताया कि आल्‍दी को पौष्टिक भोजन दिया जाना चाहिए ताकि उसका वजन घट सके. नूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, 'आल्‍दी का वजन उसकी उम्र के हिसाब से बहुत ज्‍यादा है. उसका वजहन 17 से 19 किलो तक होना चाहिए. लेकिन वह 24 किलो का है.'

अब आल्‍दी को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ताजे फल-सब्जियों का आहार दिया जा रहा है. डॉक्‍टरों को उम्‍मीद है कि अगर आल्‍दी ने 3.5 से 6.5 किलो तक वजन घटा लिया तो वह ठीक हो जाएगा.

गौरतलब है कि इंडानेशिया में एक तिहाई बच्‍चे 10 साल की उम से पहले ही सिगरेट पीने लगते हैं. सरकार ने इस समस्‍या से निपटने के लिए कई अभियान चलाए हुए हैं.

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