पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में सरकार विरोधी प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है. विपक्षी दलों के संसद और पीएम हाउस कूच करने के आह्वान के बाद हजारों आंदोलनकारी राजधानी की सड़कों पर उतर आए हैं. सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी सचिवालय और पीएम हाउस के बाद सोमवार को सरकारी टीवी चैनल पीटीवी (पाकिस्तान टीवी) के दफ्तर में भी घुस गए और प्रसारण रुकवा दिया. उन्हें रोकने के लिए सेना बुलानी पड़ी. सेना ने कुछ ही देर में चैनल का दफ्तर खाली करवा लिया.
उधर, तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान का कहना है कि पीटीवी के दफ्तर में घुसने वाले प्रदर्शनकारी हमारे कार्यकर्ता नहीं थे. अगर हमारे कार्यकर्ता इसमें शामिल पाए गए तो हम उन्हें पार्टी से निकाल देंगे. ताहिर-उल-कादरी ने भी अपने समर्थकों से पाकिस्तानी सेना के निर्देश मानने की अपील की है. हालांकि पुलिस ने इमरान और कादरी दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का फैसला कर लिया है. प्रदर्शन और पुलिस से टकराव अब भी जारी है. इमरान खान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे पर अड़े हुए हैं.
सोमवार की सुबह पुलिस और पाकिस्तान अवामी तहरीक पार्टी तथा इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार झड़प होती रही. ताजा समाचारों के अनुसार दोनों पार्टियों के सैकड़ों कार्यकर्ता वहां सचिवालय के पास धरने पर बैठे हुए हैं. आंदोलनकारी पुलिस पर पत्थर बरसा रहे हैं. पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने आंदोलनकारियों को चेतावनी दी कि वे उनके द्वारा खींची गई लाइन का उल्लंघन न करें. पुलिस ने साफ कर दिया है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
डॉन समाचार पत्र ने खबर दी है कि आंदोलनकारी सचिवालय में घुस गए हैं. उनके पास डंडे और गैस मास्क भी हैं, इसलिए वे आंसू गैस के गोलों का मुकाबला करने में सफल हुए हैं. अब ये आंदोलनकारी पीएम हाउस की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. बताया जाता है कि पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ सपरिवार रावलपिंडी चले गए हैं.
इमरान के खिलाफ एफआईआर
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के चेयरमैन इमरान खान के खिलाफ कानून भंग करने का आरोप लगाया गया है. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है. इमरान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया और कहा कि यह झूठ का पुलिंदा है. उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता हिंसा नहीं फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ही हिंसा फैला रही है. इतना ही नहीं इमरान खान ने जनता से अपील की है कि वह सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दे. अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार से जनता को बगावत करना चाहिए. उनके इस बयान पर सरकार ने नाराजगी जताई है.
रविवार को पाकिस्तानी फौज के चीफ जनरल शरीफ ने अपने कोर कमांडरों के साथ बैठक की और हालात का जायजा लिया. इस बैठक के बाद वहां फौज की कारर्वाई की संभावना पैदा हो गई है.