आतंकी संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) पर पाकिस्तान सरकार द्वारा लगाया गया बैन बेअसर नजर आ रहा है. जेयूडी प्रमुख और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद जैसे आतंकी खुलेआम राजनीतिक रैलियां कर रहे हैं तो वहीं, पाकिस्तान के राजनीतिक पार्टियों के मुख्यमंत्री आतंकी सरगनाओं के साथ मंच साझा करते दिख रहे हैं.
रविवार को पाकिस्तान के खैबर पखतूनख्वां प्रांत के मुख्यमंत्री परवेज खटक लश्कर ए तैयबा के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की के साथ मंच साझा करते दिखे. ये रैली दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल (डीपीसी) कती तरफ से आयोजित किया गया था. रैली के बाद खटक ने मक्की के अलावा मिल्ली मुस्लिम लीग के प्रमुख सैफुल्लाह से भी मुलाकात की.
दिफा-ए-पाकिस्तान का विरोधी रहे हैं इमरान खान
बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने आतंकी संगठन जेयूडी पर बैन लगाते हुए उसे किसी भी प्रकार की आर्थिक, राजनीतिक या समाजिक सहायता प्रदान करने को अपराध की श्रेणी में डाला था. मुख्यमंत्री परवेज खटक का आतंकी मक्की के साथ मंच साझा करना इसलिए भी चौंकाने वाला मामला है, क्योंकि खटक इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' (पीटीआई) से आते हैं और इमरान खान हमेशा से दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल की आलोचना करते रहे हैं.
कट्टरपंथी संगठनों को खुश करने के लिए हुए शामिल
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर पखतूनख्वां प्रांत के मुख्यमंत्री परवेज खटक पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठनों को खुश करने के लिए आतंकी मक्की के साथ इस जनसभा में शामिल हुए. बता दें कि आतंकी अब्दुल रहमान मक्की आतंकी हाफिज सईद का बहनोई है.
दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल पाकिस्तान के 40 से ज्यादा कट्टरपंथी संगठनों का एक संगठन है, इसके साथ कई इस्लामिक पार्टियां भी जुड़ी हुई हैं, जो समय-समय पर भारत के खिलाफ आग उगलते रहते हैं.
हाफिज ने भारत के खिलाफ उगला जहर
हाफिज को इस रैली में शामिल होने की इजाजत नहीं मिली थी जिसके कारण उसने फोन के जरिए जनसभा को संबोधित किया और भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला. उसने अमेरिका के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा येरूशलम को इजरायल की राजधानी बताए जाने को भी गलत बताया.
अमेरिकी रोक पर जताया ऐतराज
पाकिस्तान सरकार के बैन से बेपरवाह हाफिज ने अपने संबोधन में कहा कि हम पाकिस्तान में हर जगह जाएंगे और भारत को सुपर पावर न बनने देने की बात सभी को बताएंगे. यही नहीं, हाफिज ने अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान पर लगाए गए बैन पर भी ऐतराज जताया और इस कदम की भर्तस्ना की.
अमेरिका पर उठाए सवाल
हाफिज ने कहा कि पाकिस्तान को एक शक्तिशाली देश के रूप में उभारने के लिए हम सभी को एक साथ आना होगा. उसने कहा कि अमेरिकी सरकार अफगानिस्तान की नाकामियों को छुपाने उद्देश्य से पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है. अब समय आ गया है कि हम अमेरिका की मदद से छुटकारा पाएं और अपने देश को मजबूत बनाएं.
पाकिस्तान ने की दिखावे की कार्रवाई
इससे पहले अमेरिका द्वारा रोकी गई मदद राशि से बौखलाए पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) को ब्लैक लिस्ट कर दिया, साथ ही जेयूडी के ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया. यही नहीं, पाकिस्तान सरकार ने आतंकी संगठन को किसी भी प्रकार की आर्थिक, राजनीतिक या समाजिक सहायता प्रदान करने को अपराध की श्रेणी में डाला था.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ट्विटर के सस्पेंड अकाउंट्स की नई लिस्ट में जमात उद दावा का नाम भी शामिल है. साथ ही जेयूडी के सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) का भी ट्वीटर अकाउंट सस्पेंड हो गया है. आतंकी संगठन जेयूडी पर पाकिस्तान ने ये कार्रवाई तब की जब अमेरिका ने उसे दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की मदद राशि पर रोक लगा दी है.