कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी एकदिवसीय यात्रा पर बहरीन पहुंच गए हैं. अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की यह पहली विदेश यात्रा है. इस दौरान वह अनिवासी भारतीयों के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे और इस खाड़ी देश के प्रधानमंत्री शहजादे सलमान बिन हमद अल-खलीफा से मुलाकात करेंगे.
राहुल गांधी बहरीन के राजकीय अतिथि होंगे. अपने एक दिन के दौरे पर राहुल गांधी मनामा में 50 देशों से भारतीय मूल के बिजनेस लीडरों से मुलाकात के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था और आर्थिक मंदी पर चर्चा करेंगे.
Congress President Rahul Gandhi reaches Manama, Bahrain. Will address NRIs... .@aajtak pic.twitter.com/qtxNvJrodf
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) January 8, 2018
राहुल गांधी के साथ प्रवासी कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा और पूर्व कांग्रेस सांसद मधु गौड़ भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के जरिए राहुल ना सिर्फ राजनीतिक लोगों तक पहुंचेंगे बल्कि भारतीय बिजनेस समुदाय से संपर्क साधेंगे. बहरीन पहुंच कर राहुल गांधी सबसे पहले बहरीन के शहजादे सलमान बिन हमद अल खलीफा से मिलेंगे. बहरीन के शहजादे के साथ लंच के बाद राहुल वहां रहने वाले भारतीय समुदाय से मिलेंगे.
राहुल GOPIO (ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पीपल ऑफ इंडियन ओरिजिन) के प्रतिष्ठित द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के चीफ गेस्ट हैं. बहरीन में कांग्रेस अध्यक्ष के दौरे का पूरा इंतजाम देख रहे कांग्रेस नेता मधु गौड़ ने बताया, 'ये अत्यंत गौरव का क्षण है क्योंकि राहुल जी GOPIO को संबोधित करेंगे.' GOPIO भारतीय व्यापारियों के लिए एक ग्लोबल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जहां 50 देशों से NRI लोग और भारतीय बिजनेस दिग्गज मिलेंगे. इस कार्यक्रम में करीब 1200 प्रतिनिधि शामिल होंगे.
राहुल ने अपनी यात्रा शुरू करने से पहले एक ट्वीट में कहा, 'अनिवासी भारतीय हमारी सौम्य ताकत के वास्तविक प्रतिनिधि और विश्व में हमारे देश के दूत होते हैं. बहरीन में अपने देशवासियों के साथ मुलाकात और उन्हें संबोधित करने को लेकर आशान्वित हूं.'
मध्य पूर्व और खाड़ी के देशों में करीब 35 लाख भारतीय हैं, जो विशेष रूप से दक्षिण भारत से पहुंचे हैं. ऐसे में राहुल के इस दौरे का राजनीतिक महत्व भी है, जिसका असर कर्नाटक चुनाव पर पड़ सकता है.