COP 26 शिखर सम्मेलन पेरिस समझौते को लागू करने पर सहमत होने की हमारी आखिरी सबसे अच्छी उम्मीद है, जो वैश्विक तापमान में वृद्धि को सीमित करता है. यह बातें शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने रविवार को ग्लासगो में औपचारिक रूप से जलवायु सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहीं.
उन्होंने रविवार को अपने उद्घाटन भाषण में कहा, "मेरा मानना है कि हम बातचीत को आगे बढ़ा सकते हैं, लेकिन हमें जमीन पर उतरने की जरूरत है.'' उन्होंने कहा कि छह साल पहले, पेरिस में हम अपने साझा लक्ष्यों पर सहमत हुए थे. उन्होंने साल 2015 में फ्रांस की राजधानी में ग्लोबल वार्मिंग को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने और 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के प्रयास के समझौते का जिक्र किया.
उन्होंने आगे कहा. ''COP26 1.5 डिग्री सेल्सियस तक रखने के लिए हमारी आखिरी सबसे अच्छी उम्मीद है. अगर हम अभी काम करते हैं और यह काम एक साथ होगा तो हम अपने कीमती वादे की रक्षा कर सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं जोकि पेरिस में वादा किया गया था.''
इससे पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए, मंत्री ने सोमवार और मंगलवार को होने वाले वर्ल्ड लीडर्स समिट के लिए 120 से अधिक वैश्विक नेताओं को बुलाया था. उन्होंने कहा, ''मेरा उनके लिए संदेश बहुत स्पष्ट है. अतीत को अपने पीछे छोड़ दें और भविष्य पर ध्यान दें और इस एक मुद्दे पर एकजुट हों जो हम सभी के लिए मायने रखता है, जो हमारे कीमती धरती की रक्षा कर रहा है. यह इन सभी देशों के लिए नेतृत्व दिखाने का एक मौका है, यही वह बिंदु है जहां उन्हें खड़ा होना है.''