भारत जब कोरोना की दूसरी लहर से त्रस्त है और हर तरफ सिर्फ तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है, ऐसे समय में अब पूरी दुनिया भी हिंदुस्तान की मदद करने को आगे आ रही है. किसी देश से ऑक्सीजन सप्लाई हो रही है तो कहीं से ऑक्सीजन टैंकर मंगवाए जा रहे हैं. हर देश अपनी तरफ से भारत की मदद कर रहा है. दुनिया की महाशक्ति अमेरिका भी इस मुश्किल समय में भारत के साथ आ गया है. उनकी तरफ से भी अब हर जरूरी मदद पहुंचाई जा रही है.
USISPF बोला- कोरोना की लड़ाई में चीन बड़ी बाधा
इसी कड़ी में अमेरिका के व्यापारी समूह USISPF के सीईओ मुकेश अघी ने आजतक से खास बातचीत करते हुए बताया है कि उनकी तरफ भारत को एक लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जाएंगे. वहीं सिर्फ मई के अंत तक USISPF की तरफ से भारत को 31000 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिल जाएंगे. उन्होंने जोर देकर कहा है कि इस मुश्किल समय में अमेरिका, भारत संग खड़ा है और हर तरह की मदद की जाएगी. लेकिन मुकेश अघी की तरफ से ये भी बताया गया है कि पूरी दुनिया भारत की मदद तो करना चाहती है, लेकिन चीन उसमें बड़ी बाधा बन रहा है.
USISPF भारत देगा 1 लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
इंटरव्यू में मुकेश ने बताया है कि USISPF के द्वारा भेजे गए एक शिपमेंट को चीन की तरफ से रोक दिया गया था. उस समय दलील दी गई थी कि चीन की तरफ से भारत के साथ कार्गो एयरक्राफ्ट पर रोक लगा रखी थी. लेकिन चीन के इसी रवैये की वजह से समय रहते देश के पास कई मेडिकल वस्तुओं की सप्लाई नहीं हो पाई.
अब USISPF के सीईओ भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं और कोरोना की इस लड़ाई में चीन को भी एक बड़ी रुकावट मान रहे हैं. सीईओ की तरफ से जानकारी दी गई है कि भारत को मिलने वाले 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को तो जापान के जरिए लाने की तैयारी है.
वैसे इससे पहले भी अमेरिका के व्यापारी समूह की तरफ से मदद की पेशकश की गई है. USISPF की तरफ से दावा किया गया है कि कोरोना काल में भारत को बहुत जल्द बड़े स्तर पर मदद मिलने वाली है. वहीं उनकी तरफ से भी देश के हर उस राज्य को ऑक्सीजन सप्लाई करवाई जाएगी, जहां पर इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.
इस लिस्ट में दिल्ली को भी शामिल किया गया है. वहीं USISPF की तरफ से कई दूसरी अमेरिकी कंपनियों से भी अपील की गई है कि वे भारत को इस मुश्किल समय में ICU बेड से लेकर N-95 मास्क तक, सबकुछ पहुंचाए. भरोसा जताया गया है कि मई तक भारत को बड़ी राहत मिलने जा रही है.
भारत को अमेरिका से मिले वैक्सीन: USISPF
मालूम हो कि इस समय USISPF सिर्फ भारत तक जरूरी मेडिकल सप्लाई नहीं पहुंचा रहा है, बल्कि उनकी तरफ से बाइडेन सरकार के सामने भी प्रस्ताव रखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि भारत को बड़े स्तर पर वैक्सीन दी जाए. वहीं अगर डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट की वजह से वो ऐसा नहीं कर पा रहा है तो कम से कम भारत के लिए अलग से वैक्सीन की 20 मिलियन डोज छोड़ दी जाए. जब भारत में साल के अंत तक वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ जाएगा, तब इसे वापस कर दिया जाएगा.