कोरोना महामारी के आने के दो साल बाद पहली बार नॉर्थ कोरिया में कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है और एक मरीज की मौत भी हुई है. गुरुवार को यहां के एक युवक में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई थी. इसके बाद किम जोंग उन ने पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था. इसके बाद किम ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी जिसमें वे कुछ देर के लिए मास्क में भी दिखे.
गुरुवार को नॉर्थ कोरिया में कोरोना का पहला केस मिलने के बाद किम जोंग उन ने शुक्रवार को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी. इसके बाद उन्होंने एंटी वायरस कमांड सेंटर का दौरा भी किया था. किम ने कहा कि बुखार से पीड़ित लोगों को आइसोलेट करना और उनका इलाज करना सर्वोच्च प्राथमिकता है.
नॉर्थ कोरिया में शुक्रवार को एक मरीज की मौत हो गई. वहीं, 5 अन्य लोगों की भी मौत हुई है लेकिन उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि इन पांच लोगों को हल्का बुखार था और कोरोना जैसे लक्षण थे. नॉर्थ कोरिया की मीडिया कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने कहा कि बुखार के लक्षण वाले छह लोगों की मौत हो गई. इनमें से एक मरीज में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
करीब दो लाख लोगों को आइसोलेट कर किया जा रहा इलाज
समाचार एजेंसी KCNA ने बताया कि कोरोना विस्फोटक रूप से देश भर में फैल गया है. करीब 1 लाख 87 हजार 800 लोगों को आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है. समाचार एजेंसी की ओर से कहा गया है कि मोटे तौर पर 3 लाख 50 हजार लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे हैं जिनमें से 10 हजार लोगों ने गुरुवार को इसकी सूचना दी थी. लगभग 1 लाख 62 हजार 200 मरीजों का इलाज किया गया है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि इनमें कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या कितनी थी.
नॉर्थ कोरिया की ओर से जानकारी दी गई है कि कोरोना का प्रकोप अप्रैल में राजधानी प्योंगयांग में शुरू हुआ था. इसके बाद राजधानी में 15 और 25 अप्रैल को बड़े पैमाने पर सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जहां अधिकतर लोगों ने मास्क नहीं पहना था.
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