दुनिया के अलग-अलग देशों में अब वैक्सीनेशन का काम जारी है और इस बीच ‘वैक्सीन पासपोर्ट’ का चलन शुरू हो गया है. भारत की कोवैक्सीन को लेकर पहले कई देशों में दिक्कत आ रही थी, अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को इसी दिक्कत का सामना यूरोपीय यूनियन देशों में करना पड़ रहा है. हालांकि, कुल नौ देश ऐसे हैं जहां कोविशील्ड को भी हरी झंडी मिल गई है.
कोविशील्ड पर नहीं माना EU
दरअसल, कुल 27 देशों के संगठन यूरोपीय यूनियन ने अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर हामी नहीं भरी है. यानी जिन लोगों ने इन दोनों वैक्सीन को लिया है, वो इन देशों की यात्रा नहीं कर पाएंगे. जिसको लेकर भारत की ओर से आपत्ति जाहिर की गई थी.
जानकारी के मुताबिक, भारत सरकार की ओर से ईयू के इस फैसले पर कड़ा रुख अपनाया था. और भारत आने वाले इन देशों के यात्रियों के लिए सख्त नियमों की बात कही थी. इसी के बाद कई देशों ने कोविशील्ड के लिए नियमों में ढिलाई देना शुरू कर दिया है.
इन नौ देशों की यात्रा कर सकेंगे भारतीय
जिन भारतीयों को कोविशील्ड की दोनों डोज़ लग चुकी हैं, अब वो सभी यूरोप के इन नौ देशों में यात्रा कर सकेंगे. इनमें जर्मनी, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, आयरलैंड, इस्तोनिया, स्पेन शामिल हैं. जबकि आइसलैंड और स्विट्ज़रलैंड ने भी कोविशील्ड को मंजूरी दे दी है.
खास बात ये है कि इस्तोनिया ने कहा है कि जिन वैक्सीन को भारत सरकार की मंजूरी मिल चुकी है, अगर किसी व्यक्ति ने उनकी दोनों डोज़ ले ली हैं, तो वह उनके देश में आ सकते हैं.
गौरतलब है कि कोविड संकट के बाद अब जब कई देशों ने अपने दरवाजे विदेशी सैलानियों के लिए खोले हैं, तो वैक्सीन पासपोर्ट का चलन तेज़ हुआ है. इनमें भी ग्रीन पास दिया जा रहा है, यानी जिस व्यक्ति को वैक्सीन को दोनों डोज़ लग चुकी हैं और वह स्वस्थ है तो उन्हें ग्रीन पास दिया जाएगा और किसी क्वारनटीन का पालन नहीं करना होगा.