इस्लामी कट्टरपंथ से पैदा खतरे को लेकर छिड़ी बहस के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवार की दौड़ में शामिल टेड क्रूज ने भारत की मिसाल दी और कहा कि वहां करोड़ों मुसलमान बिना किसी समस्या के शांतिपूर्ण ढंग से रहते हैं. उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प के इस विचार से असहमति भी जताई कि अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाए.
क्रूज ने कहा, 'दुनिया भर में, भारत जैसे देशों में शांतिप्रिय मुसलमान हैं जहां उस तरह की समस्याएं नहीं हैं जो हम अलकायदा और आईएसआईएस के नियंत्रण वाले राष्ट्रों में देख रहे हैं. हमें समस्या को देखना चाहिए, समस्या पर ध्यान देना चाहिए और कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद को पराजित करना चाहिए.'
ट्रम्प ने अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही थी
लॉस वेगास में पांचवीं रिपब्लिकन बहस में भाग लेते हुए 44 वर्षीय क्रूज ने कहा कि यह आस्था को लेकर युद्ध नहीं है, यह उस राजनीतिक और धर्मशासित विचारधारा को लेकर है जो अमेरिकियों की हत्या की बात करती है. टेक्सस से वरिष्ठ सीनेटर क्रूज की लोकप्रियता हाल के सप्ताह में बढ़ी है, हालांकि वह अब भी ट्रम्प से पीछे हैं. ट्रम्प ने बहस के दौरान कहा कि अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाना चाहिए.
दुश्मन हिंसक चरमपंथी नहीं, कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी
क्रूज ने कहा, 'अमेरिका युद्ध का सामना कर रहा है. हमारे है. हमारे राष्ट्रपति इसका नाम लेने के अनिच्छुक हैं.' रिपब्लिकन उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल एक और नेता बेन कारसन ने कहा, 'जिस युद्ध में हम कट्टरपंथी इस्लामी जेहादियों से लड़ रहे हैं उसे हमें जीतना होगा. हमारा अस्तित्व बहुत हद तक इस पर टिका है.'
अमेरिका के लिए लड़ रहे हैं मुसलमान
फ्लोरिडा के पूर्व गवर्नर जेब बुश ने दलील दी कि पश्चिम एशिया में बड़ी संख्या में मुसलमान अमेरिका के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमें आईएसआईएस को खत्म करने की जरूरत है. यही हमारा उद्देश्य होना चाहिए. अगर हम आईएसआईएस को खत्म कर देते हैं तो शरणार्थी का मुद्दा हल हो जाएगा.'
-इनपुट भाषा