कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के एक शीर्ष नेता को वर्ष 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुक्ति संग्राम के दौरान ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ के मामले में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद शुरू हुई हिंसा के तीसरे दिन रविवार को दो किशोरों सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 49 पहुंच गई है.
बांग्लादेश पुलिस ने चटगांव में प्रदर्शन कर रहे जमात-ए-इस्लामी के समर्थकों पर गोलियां चलाईं जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई.
‘डेली स्टार’ की खबर के अनुसार, सतकानिया इलाके में रविवार सुबह जमात-ए-इस्लामी और उसके छात्र संगठन ‘छात्र शिबिर’ के कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में एक किशोर सहित दो लोगों की मौत हो गई.
जलझका इलाके में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए गोलियां चलाई जिसमे 15 वर्षीय अतिकुल इस्लाम की मौत हो गई.