अफगानिस्तान में तालिबानी राज का आगाज हो गया है और इस वक्त पूरे मुल्क में बेकाबू हालात हैं. सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर गंभीर स्थिति दिखाई दी, यहां गोलीबारी हुई और हजारों लोग देश छोड़ने के लिए फंसे हुए हैं.
इस बीच अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए बुरी खबर सामने आई, दोपहर को काबुल और दिल्ली के बीच की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.
काबुल एयरपोर्ट पर गंभीर होते हालात और एयरस्पेस की बेकाबू स्थिति के कारण सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया. काबुल में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए दोपहर 12.30 बजे एयर इंडिया की एक फ्लाइट जानी थी, लेकिन इस वक्त के हालात को देखते हुए उड़ान को रद्द कर दिया गया है.
इस सबके बीच नई दिल्ली में कैबिनेट सचिव एक अहम बैठक कर रहे हैं. नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक हो रही है, जिसमें अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने पर मंथन किया जा रहा है.
भारत सरकार सोमवार को ही काबुल में स्थित भारतीय दूतावास को लेकर कोई फैसला ले सकती है. काबुल में करीब 400 भारतीय फंसे हुए हैं, जिनमें दूतावास के कर्मचारी भी शामिल हैं. इनके अलावा वो भारतीय भी हैं, जो काबुल में बिजनेस करते हैं या किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. मुश्किल ये है कि काबुल एयरपोर्ट जाने वाली कई सड़कों को जाम कर दिया गया है.
क्लिक करें: अफगानिस्तान से रातोरात बोरिया बिस्तर समेटने पर अमेरिका की फजीहत, वियतनाम से तुलना
इतना ही नहीं भारत ने अफगानिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल भी रोक दिया है. अमेरिका-दिल्ली के बीच एयरइंडिया की फ्लाइट जो उड़ान भर रही हैं, वह अब अलग रूट का इस्तेमाल करेंगी. ये फ्लाइट कतर और यूएई से दिल्ली आएंगी.
गौरतलब है कि काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अमेरिकी सैनिकों को चेतावनी देने के लिए हवा में गोली चलाने के मजबूर होना पड़ा. तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद हताश नागरिक जल्द से जल्द उड़ान भरना चाह रहे हैं. यहां भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई है, फायरिंग केवल अराजकता को शांत करने के लिए की गई थी.
अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड समेत अन्य देश भी अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने में जुटे हैं. काबुल एयरपोर्ट पर कई देशों की सेना मौजूद है, जो अपने नागरिकों को निकालने के लिए आई है.