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Delhi Violence: लंदन में दिल्ली हिंसा की गूंज, प्रदर्शनकारियों ने मांगा अमित शाह का इस्तीफा

Delhi violence: प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अमित शाह बतौर गृह मंत्री अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में पूरी तरह से फेल हुए हैं और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा समेत कई और नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की है और कहा है कि इनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए.

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Delhi violence: दिल्ली हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन
Delhi violence: दिल्ली हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन

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  • दिल्ली हिंसा के खिलाफ लंदन में प्रदर्शन
  • गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग

दिल्ली हिंसा की गूंज देश के बाहर भी सुनी जा रही है. ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर एक संगठन से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन किया और इस हिंसा के लिए गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया. साउथ एशिया सॉलिडरिटी ग्रुप नाम की संस्था ने लंदन में कहा कि इस हिंसा की जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए. इन लोगों ने भड़काऊ भाषण देने के आरोपी बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की है.

शनिवार को हुए इस प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटेन की सरकार से मांग की कि वो दिल्ली हिंसा के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की सख्त आलोचना करे. इन लोगों ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को प्रायोजित किया.

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इस्तीफा दें गृह मंत्री अमित शाह

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अमित शाह बतौर गृह मंत्री अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में पूरी तरह से फेल हुए हैं, और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, प्रवेश सिंह वर्मा समेत कई और नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की है और कहा है कि इनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए.

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संवैधानिक कर्तव्य निभाएं केजरीवाल

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि हिंसा में घायल लोगों का बेहतर इलाज कराया जाना चाहिए और हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए. साउथ एशिया सॉलिडरिटी ग्रुप से जुड़ीं निर्मला राजसिंघम ने कहा कि वे लोग दिल्ली हिंसा के पीड़ितों के साथ खड़े हैं और सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समर्थन करते हैं. राजसिंघम ने कहा कि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाना चाहिए.

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जॉनसन-मोदी के रिश्तों की आलोचना

भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन कर रहे इन लोगों ने कहा कि वे बोरिस जॉनसन और नरेंद्र मोदी सरकार के नजदीकी रिश्तों की आलोचना करते हैं. उन्होंने कहा कि मोदी समर्थक ब्रिटिश इंडियन प्रीति पटेल और ऋषि सुनक को जॉनसन कैबिनेट में जगह मिलने से दोनों धुर दक्षिणपंथी सरकारों का गठबंधन और भी मजबूत हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनका अभियान जारी रहेगा.

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