सउदी अरब में पिछले छह वर्ष से बिना वेतन भुगतान के घरेलू सहायिका के तौर पर कार्य करने वाली एक भारतीय महिला को अपने बकाये के भुगतान और देश से निकलने का इंतजार है.
केरल के कोल्लम जिले की निवासी शमसुम्मा को एक भर्ती एजेंसी छह वर्ष पहले सउदी अरब लेकर आयी थी और उसे एक घरेलू सहायिका के तौर पर एक परिवार को सौंपा गया था.
भर्ती एजेंसी ने उसका मासिक वेतन 900 सउदी रियाल तय किया था, लेकिन उसे कम करके 700 सउदी रियाल कर दिया गया. चार महीने वेतन देने के बाद उसके नियोक्ता ने उसे वेतन देने से इनकार कर दिया. इसके चलते वह यहां स्थित सरकारी घरेलू सहायिका कल्याण केंद्र में रहने को बाध्य है.
(इनपुट भाषा से)