बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक रेस्टोरेंट में 20 बंधकों की हत्या करने वाले आतंकी बांग्लादेशी नागरिक थे. वे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े नहीं थे, यह दावा बांग्लादेश के गृह मंत्री ने किया है.
बांग्लादेश में एक दशक से अधिक समय पहले प्रतिबंधित किए गए एक समूह का जिक्र करते हुए गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने कहा, 'वे जमीयतुल मुजाहिदीन बांग्लादेश के सदस्य थे. उनका इस्लामिक स्टेट से कोई संबंध नहीं है.'
वांटेड लिस्ट में शामिल थे पांच आतंकी
पुलिस के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने वाले पांच हमलावर पुलिस की वांटेड लिस्ट में शामिल थे और उन्हें पहले कई बार गिरफ्तार करने की कोशिश हो चुकी थी.
बता दें कि शनिवार सुबह ढाका में एक कैफे में हथियार बंद हमलावरों ने 20 बंधकों की हत्या कर दी थी. सैन्य अभियान महानिदेशक ब्रिगेडियर जनरल नईम अशफाक चौधरी ने बताया कि सशस्त्र बलों के नेतृत्व में साझा अभियान शुरू होने से पहले ही आतंकवादियों ने 20 बंधकों की निर्मम हत्या कर दी. जिन लोगों को मौत के घाट उतारा गया उनमें से ज्यादातर का गला काटा गया था. मारे गए सभी 20 बंधक विदेशी नागरिक थे, जिनमें ज्यादा जापानी या इतालवी हैं. मरने वालों में एक भारतीय लड़की भी शामिल है.
पीएम के आदेश के बाद सेना का दखल
चौधरी ने कहा, ‘आर्मी पैरा कमांडो यूनिट-1 ने अभियान का नेतृत्व किया और 13 मिनट के भीतर छह आतंकवादी मारे गए.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बंधक संकट खत्म करने के लिए सेना को दखल देने का निर्देश दिया, जिसके बाद ‘ऑपरेशन थंडरबोल्ट’ अभियान शुरू किया गया. शुक्रवार की रात गोलीबारी शुरू होने के बाद दो सीनियर पुलिस अधिकारी मारे गए थे.