ओसामा बिन लादेन को खोज निकालने में अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए को कथित तौर पर मदद करने वाला चिकित्सक शकील अफरीदी पाकिस्तान के पेशावर शहर के एक जेल में अनशन पर बैठ गया है. उसने यह कदम जेल प्रशासन की बदसलूकी के खिलाफ उठाया है.
अफरीदी पर एक फर्जी टीकाकरण अभियान के जरिए ओसामा के बारे में गुप्त सूचना यूएस नेवी सील्स अभियान को मुहैया कराने का आरोप है. उस अभियान में अल कायदा प्रमुख को इस्लामाबाद के नजदीक एबोटाबाद में मार दिया गया था. उसे सीआईए से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उस पर एक प्रतिबंधित धार्मिक संगठन लश्कर-ए-इस्लाम से भी संबंध रखने का आरोप है.
अफरीदी के भाई जमील अफरीदी ने एक दैनिक अखबार को बताया कि अधिकारी चिकित्सक के परिवार को उससे मिलने नहीं दे रहे हैं. अगस्त 2012 के बाद से उसके बारे में हमारे पास कोई सूचना नहीं है. अफरीदी के वकील सैमुल्लाह अफरीदी ने अखबार 'डान' को बताया कि पिछले छह महीनों से किसी को उससे मिलने की अनुमति नहीं दी गई.
वकील ने बताया कि चिकित्सक ने 'वेस्टर्न टीवी' चैनल को साक्षात्कार दिया था. कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा जेल में एक कैमरा और मोबाइल फोन ले जाया गया था. मालूम होता है कि इसी बहाने को आधार बनाकर उसे किसी से मिलने के अधिकार से वंचित रखा जा रहा है.
वकील ने कहा कि शकील अफरीदी को ओसामा बिन लादेन अभियान में उसकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था सरकार हालांकि इसे साबित करने में नाकाम रही और बिना उचित सुनवाई के उसे 33 साल की कारावास की सजा दे दी गई.