पंजाब नेशनल बैंक (PNB) स्कैम मामले में आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी को भारत सौंपे जाने के मामले को लेकर हुई सुनवाई में डोमिनिका की सरकार ने फैसला गुरुवार तक के लिए टाल दिया है. कोर्ट मेहुल के भारत प्रत्यर्पण का फैसला सुना सकती है. गुरुवार को सुनवाई डोमिनिका के समयानुसार सुबह 9 बजे शुरू होगी. कोर्ट से भगोड़े मेहुल ने कहा कि वह डोमिनिका में सुरक्षित नहीं है. उसने कहा कि यहां वह पुलिस कस्टडी में सुरक्षित नहीं है. एंटीगुआ वापस लौटने की जो भी कीमत है वो चुकाने को तैयार है.
डोमिनिका की कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई. कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी और बहस खत्म होने के बाद फैसला गुरुवार तक के लिए टाल दिया. डोमिनिका में अवैध एंट्री के मामले में मेहुल चोकसी को तत्काल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा. मेहुल को डोमिनिका में रखा जाएगा या भारत वापस भेजा जाएगा इस मामले पर गुरुवार को फैसला आने की उम्मीद है. इससे पहले सुनवाई के दौरान डोमिनिका की सरकार ने कोर्ट से कहा कि मेहुल की याचिका सुनवाई के लायक नहीं है. मेहुल को भारत को सौंप दिया जाए.
जानकारी के मुताबिक मेहुल चोकसी का भाई चेतन भी डोमिनिका में मौजूद है. बताया जा रहा है कि मेहुल का भाई 29 मई को ही डोमिनिका पहुंचा था. भाई मेहुल के लिए कानूनी लड़ाई की देख रेख उसका भाई चेतन ही कर रहा है.
डोमिनिका में पकड़ा गया था मेहुल
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये का स्कैम करने के बाद मेहुल चोकसी और नीरव मोदी फरार हो गए थे. नीरव मोदी को लंदन में पकड़ लिया गया था, लेकिन मेहुल चोकसी लगातार एंटीगुआ में छिपा हुआ था. लेकिन जब वो 23 मई को डोमिनिका पहुंचा तो पुलिस के हत्थे चढ़ गया और अब वहां जेल में बंद है.
गौरतलब है कि साल 2018 में पंजाब नेशनल बैंक में हुए एक घोटाले का पता लगा. डायमंड किंग मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक को 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. आरोप है कि दोनों ने बैंक के अधिकारी को रिश्वत खिलाकर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग की मदद से लगातार पैसा लिया और बाद में उसे चुकाया नहीं.
बैंक के अधिकारी ने इनका कोई लेखा-जोखा नहीं रखा, ऐसे में पीएनबी की रकम कहां जाती रही किसी को पता नहीं चला. लेकिन साल 2018 में जब रकम 13,500 करोड़ तक पहुंची तब इसका खुलासा हुआ. हालांकि, भारत में बवाल होने से पहले ही मेहुल चोकसी भारत छोड़ चुका था. साल 2017 के अंत में मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी और वहां पर ही बस रहा था.