पाकिस्तान में इमरान खान ने अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू पर आरोप लगाया था कि वह उनकी सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे. लू ने अब इमरान खान के आरोपों का जवाब दिया है. मध्य और दक्षिण एशिया के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू फिलहाल भारत के दौरे पर हैं जहां उनसे पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन से जुड़े सवाल किए गए. हालांकि, लू ने सवालों का कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया.
डोनाल्ड लू ने हिंदुस्तान टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उनसे अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत से बातचीत पर सवाल किया गया. उनसे पूछा गया, 'इमरान खान का कहना है कि आपने अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत के साथ बातचीत की. आपने उनसे कहा कि अगर इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव जीत जाते हैं तो पाकिस्तान मुश्किल में पड़ जाएगा और अमेरिका पाकिस्तान को कभी माफ नहीं करेगा. आप इस पर कुछ कहना चाहेंगे?
डोनाल्ड लू अस्पष्ट जवाब देते हुए कहा, 'हम पाकिस्तान में विकास के समर्थक हैं. हम पाकिस्तान की संवैधानिक प्रक्रिया और कानून के शासन का सम्मान और समर्थन करते हैं.'
उनसे फिर पूछा गया कि क्या उन्होंने पाकिस्तान की सत्ता को लेकर किसी तरह की बातचीत की थी? लू ने जवाब में बस इतना कहा, 'इस प्रश्न को लेकर मुझे जितना कुछ कहना था, मैंने कह दिया है.'
अमेरिका ने भी इमरान खान के आरोपों पर जवाब दिया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि इमरान खान की तरफ से लगाए गए सभी आरोप झूठ और निराधार हैं. प्राइस ने कहा कि इमरान खान के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और अमेरिका एक राजनीतिक दल के विरोध में दूसरे राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करता है.
प्राइस ने कहा, 'हमने पिछले सप्ताह ही कहा था कि हम पाकिस्तान में संवैधानिक और शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक सिद्धांतों का समर्थन करते हैं. हम एक राजनीतिक दल के विरोध में दूसरे राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करते.'
वहीं, पाकिस्तान में विपक्ष के साथ-साथ सेना ने भी इमरान खान के आरोपों पर सवाल उठाए हैं. पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेना को इमरान खान की साजिश वाली थ्योरी पर भरोसा नहीं है. 27 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा कमेटी की बैठक हुई जिसमें सेना ने कहा कि उनके पास कोई सबूत नहीं है जिससे साबित हो कि इमरान खान सरकार को हटाने की साजिश में अमेरिका शामिल था.