अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के तेल संयंत्र पर ड्रोन हमले को लेकर ईरान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि याद है जब ईरान ने ये कहते हुए एक ड्रोन को मार गिराया था कि वह उसके हवाई क्षेत्र में था. लेकिन वास्तव में वो आसपास भी नहीं था. अब वे कह रहे हैं कि सऊदी अरब पर हमले में उनका कोई हाथ नहीं है. हम देखेंगे.
Remember when Iran shot down a drone, saying knowingly that it was in their “airspace” when, in fact, it was nowhere close. They stuck strongly to that story knowing that it was a very big lie. Now they say that they had nothing to do with the attack on Saudi Arabia. We’ll see?
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 16, 2019
सऊदी अरब की कंपनी अरामको के कारखाने पर ड्रोन हमले के बाद तेल के दामों में 1991 के बाद से अब तक का सबसे बड़ा उछाल आया है. अरामको ने यमन विद्रोहियों के ड्रोन हमले के बाद दो संयंत्रो में उत्पादन का काम अस्थायी तौर पर रोक दिया है और इसकी वजह से वैश्विक कच्चे तेल का 5% उत्पादन प्रभावित हुआ है.
बहरहाल, ड्रोन हमले के लिए अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान को दोषी ठहराया है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जवाबी कार्रवाई के लिए वाशिंगटन को तैयार रहने को कहा है.
हूथी विद्रोही संगठन ने शनिवार को सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको के अबकैक और खुराइस में स्थित तेल कुओं पर ड्रोन अटैक किए थे. इसके बाद से सऊदी अरब की तेल कंपनी ने उत्पादन लगभग आधा कर दिया है.
सऊदी की तेल कंपनी अरामको ने कहा कि वह अगले करीब दो दिनों तक उत्पादन को कम रखेगी ताकि उन तेल कुओं की मरम्मत की जा सके, जहां हमला हुआ है. हालांकि इस हमले में ईरान ने इस हमले में हाथ होने से साफ इनकार किया है और कहा वह युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है.