
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर निशाना बनाया गया. राष्ट्रपति चुनाव के बीच दो महीने में दूसरी बार उन पर हमले की कोशिश की गई. इस बार हमला फ्लोरिडा के गोल्फ कोर्स एरिया में किया गया. यहां ट्रंप अपनी टीम के साथ गोल्फ खेल रहे थे कि तभी गोलियों की आवाजें आने लगी.
यह शख्स झाड़ियों में छिपा हुआ था और फायरिंग कर रहा है. इस बीच आनन-फानन में ट्रंप को गोल्फ कोर्स के होल्डिंग रूम ले जाया गया. इस घटना से हरकत में आई सीक्रेट सर्विस ने जवाबी फायरिंग की, जिससे घबराकर हमलावर अपनी AK-47 राइफल, बैगपैक और अन्य सामान छोड़कर फरार हो गया. बाद में आरोपी को धर दबोचा गया.
पाम बीच काउंटी शेरिफ रिक ब्रैडशॉ ने बताया कि दरअसल एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने गोल्फ क्लब की बाड़ से निकली एक स्कोप वाली राइफल बैरल को देखा था. एजेंट ने इसके बाद जवाबी फायरिंग की. सीक्रेट सर्विस ने बताया कि हमलावर ट्रंप से 250-350 मीटर की दूरी पर था.
ट्रंप का गोल्फ प्रोग्राम पहले से तय नहीं था
ट्रंप वीकेंड पर फ्लोरिडा गए थे. वह पाम बीच पर अपने आवास मार-ए-लागो में थे. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप का गोल्फ खेलना पहले से तय नहीं था. आखिरी वक्त में इसे मुकर्रर किया गया था.
अच्छा हुआ डॉक्टर की सेवाएं नहीं लेनी पड़ी..
ट्रंप को जब पता चला कि उन पर हमले की कोशिश की गई तो वह सबसे पहले तो चौंक गए. वह हैरान रह गए. लेकिन अगले ही मिनट पर इसे लेकर मजाक करने लगे. उन्होंने फोन कर अपने सलाहकारों और सहयोगियों को इस घटना की जानकारी दी और मजाक कर लगे.
ट्रंप ने ऐसा ही एक कॉल व्हाइट हाउस में उनके डॉक्टर रह चुके रॉनी एल. जैक्सन को किया. जैक्सन ने बताया कि ट्रंप ने उनसे कहा कि वह खुश हैं कि उन्हें आज उनकी सेवाएं नहीं लेनी पड़ी. बता दें कि जैक्सन वही डॉक्टर हैं, जिन्होंने पेंसिल्वेनिया में ट्रंप पर हुए हमले के बाद तुरंत उनके कान का इलाज किया था.
हमले के वक्त गोल्फ गेम जीतने की रणनीति बना रहे थे ट्रंप
फ्लोरिडा के पाम बीच गोल्फ क्लब में जब हमला हुआ, उस समय ट्रंप अपने दोस्त और कैंपेन डोनर स्टीव विटकॉफ के साथ गोल्फ खेल रहे थे. तभी अचानक गोलियों की आवाजें सुनाई दी. उस समय ट्रंप पांचवें और छठे होल के बीच थे. गोल्फ मैदान में सीक्रेट सर्विस एजेंट्स भी थे तभी एक एजेंट की नजर झाड़ियों में नजर आ रही राइफल पर पड़ी. एजेंट ने उस दिशा में फायरिंग की और शख्स अपना सामान वहीं छोड़कर फरार हो गया.
घटना के बार में ट्रंप के दोस्त और फॉक्स न्यूज के होस्ट सॉन हैनिटी ने बताया कि ट्रंप उस समय गोल्फ मैदान में पांचवें होल के पास खड़े थे. वह गोल्फ करने ही वाले थे कि तभी पॉप, पॉप और पॉप की आवाजें सुनाई दी. तभी सीक्रेट सर्विस के एजेंट पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को बचाने के लिए उनकी ओर दौड़े और उन्हें घेरकर सुरक्षित जगह ले गए. इसके बाद ट्रंप अपने घर चले गए.
उफ.. स्ट्रोक नहीं कर सका
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने अपने सहयोगियों को बाद में बताया कि उन्हें बहुत निराशा हुई कि वह गोल्फ गेम खत्म नहीं कर पाए. इस दौरान ट्रंप ने यहां तक कहा कि उन्हें गेम के दौरान एक्स्ट्रा प्वॉइन्ट भी मिला था, जिसका फायदा वह नहीं उठा सके. वह स्ट्रोक नहीं कर सके.
कभी नहीं झुकूंगा: ट्रंप
इस हमले के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों के नाम संदेश में कहा कि में किसी भी हालत में सरेंडर नहीं करूंगा. मेरे आसपास गोलीबारी हुई थी, लेकिन इससे पहले कि अफवाहें कंट्रोल से बाहर निकलें, मैं चाहता था कि आप पहले यह सुनें: मैं सुरक्षित और ठीक हूं! कुछ भी मुझे रोक नहीं सकेगा. मैं कभी-भी सरेंडर नहीं करूंगा!
कौन है संदिग्ध हमलावर?
संदिग्ध हमलावर की पहचान रायन वेस्ली राउथ के तौर पर की गई है. वह फिलहाल हवाई में रहता है और उस पर दर्जनभर से ज्यादा मामले दर्ज हैं. वह मूल रूप से नॉर्थ कैरोलिना का रहने वाला है, जहां उसे ड्रग्स रखने, बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने और अभी अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है. उसे मार्टिन काउंटी में ट्रैफिक सिग्नल से गिरफ्तार किया गया.
संदिग्ध हमलावर ने क्या कहा?
फ्लोरिडा में ट्रंप के गोल्फ कोर्स के पास गोलीबारी करने वाले 58 साल के संदिग्ध रायन वेस्ली राउथ ने कहा कि वह यूक्रेन के लिए लड़ने और उसके लिए मरना चाहता है. उसने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि मैं यूक्रेन जाकर वहां लड़ना चाहता हूं और यूक्रेन के लिए मरना चाहता है.
राष्ट्रपति बाइडेन ने इस घटना पर कहा कि मैंने राहत की सांस ली कि पूर्व राष्ट्रपति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. इस घटना की जांच की जा रही है. जैसा कि मैंने कई बार बोला है हमारे देश में राजनीतिक हिंसा या किसी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है. मैंने अपनी टीम को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ट्रंप की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारी सीक्रेट सर्विस के पास हर संसाधन और क्षमता मौजूद है.
13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में भी हुआ था हमला
यह पहली बार नहीं है, जब ट्रंप पर इस तरह का हमला किया गया है. इससे पहले 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान ट्रंप पर जानलेवा हमला किया गया था. उस समय ट्रंप पर गोली चलाई गई थी, जो उनके कान को छूकर गुजर गई थी. इस हमले में उन्हें चोट आई थी. ट्रंप पर हमला करने वाले शख्स की पहचान 20 वर्षीय थॉमस क्रुक्स के रूप में हुई थी, जिसे एक सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने गोली मार दी थी.
इतना ही नहीं, छह जुलाई को अमेरिका के मिलवॉकी शहर में उनकी रिपब्लिकन पार्टी के कन्वेंशन के बाहर पुलिस ने 21 साल के एक युवक को AK-47 के साथ गिरफ्तार किया था. इसके कुछ ही समय बाद 43 साल का सैमुएल शार्प दोनों हाथ में चाकू लिए नजर आया। उसने एक व्यक्ति पर हमला भी किया। इसके बाद पुलिस ने तुरंत उस पर फायरिंग कर दी, जिसमें सैमुएल की मौत हो गई.