डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद से ही देश के भीतर और बाहर उथल-पुथल मची हुई है. ट्रंप ने संघीय सरकार से कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए कवायद शुरू की है. इसके तहत उनकी ओर से कर्मचारियों को दिए गए बायआउट ऑफर को स्वीकार कर लिया गया है.
ट्रंप के बायआउट ऑफर को स्वीकार करते हुए लगभग 40 हजार कर्मचारियों ने इस्तीफा देने का फैसला किया है. दरअसल ट्रंप प्रशासन ने संघीय कर्मचारियों को बायआउट करने यानी खुद से नौकरी छोड़ने का ऑफर दिया था. इसके लिए 6 फरवरी तक का समय दिया गया था.
कार्मिक विभाग की ओर से भेजे गए ईमेल में वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों को ऑफिस लौटने के लिए कहा था. इन कर्मचारियों को हफ्ते में 5 दिन ऑफिस से काम करना होगा.
संघीय कर्मचारियों के नौकरी से इस्तीफा देने के बदले कर्मचारियों को आठ महीने का वेतन और निश्चित भत्ता दिया जाएगा. हालांकि, इस्तीफा देने वाले इन कर्मचारियों की संख्या निर्धारित लक्ष्य से कम है.
हालांकि, ट्रंप के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है. अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्मेंट एंप्लॉइज यूनियन के अध्यक्ष एवरेट केली ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जो संघीय कर्मचारी ट्रंप के एजेंडे में फिट नहीं बैठते. उन पर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है.
बता दें कि सरकारी आंकड़ों के अनुसाकर अमेरिका में संघीय कर्मचारियों की संख्या 30 लाख से ज्यादा है. इसे अमेरिका की 15वीं सबसे बड़ी वर्कफोर्स बताया जाा रहा है.