अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना ब्रिटेन दौरा रद्द कर दिया है. ट्रंप के इस दौरे को रद्द करने की वजह भी बड़ी मजेदार है. ट्रंप के करीबी सूत्रों के मुताबिक उन्हें ब्रिटिश सरकार से उचित प्यार नहीं मिल रहा है, इसलिए अमेरिकी राष्ट्रति अब ब्रिटेन नहीं जाएंगे.
ट्रंप को अगले महीने यानी 26-27 फरवरी को ब्रिटेन के दौरे पर जाना था. अब एक मीडिया रिपोर्ट में ट्रंप के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि वह ब्रिटेन नहीं जाएंगे, क्योंकि ब्रिटिश सरकार उनके प्रति उचित सम्मान और प्यार नहीं दर्शा रही है.
ट्रंप को यहां अमेरिकी दूतावास की नई इमारत की शुरुआत करनी थी. अमेरिकी दूतावास की पुरानी इमारत सेंट्रल लंदन के पॉश इलाके- मेफेयर में थी. नया अमेरिकी दूतावास टेम्स नदी के दक्षिणी किनारे पर नाइन एम्स में होगा. ट्रंप का कहना है कि यह फैसला और नए दूतावास की जगह सही नहीं है.
हालांकि, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सिडनी टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने अपने विरोध की वजह से ऐसा किया है. लंदन के मेयर सादिक खान कई बार कह चुके हैं कि उनके शहर में ट्रंप का स्वागत नहीं होगा.Reason I canceled my trip to London is that I am not a big fan of the Obama Administration having sold perhaps the best located and finest embassy in London for “peanuts,” only to build a new one in an off location for 1.2 billion dollars. Bad deal. Wanted me to cut ribbon-NO!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 12, 2018
सूत्रों का कहना है कि ट्रंप नए दूतावास पसंद न आने का केवल बहाना बना रहे हैं. अपना नाम न छापने की शर्त पर ट्रंप के करीबी सूत्रों ने बताया कि ब्रिटिश सरकार की ओर से उचित सम्मान और प्यार न जताए जाने पर ट्रंप ने ऐसा फैसला किया है.
सूत्रों के मुताबिक ट्रंप को यह भरोसा हो गया है कि उनके बारे में ब्रिटिश सरकार भी लंदन के मेयर सादिक खान और लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन की तरह विचार रखती है. इन दोनों नेताओं ने कई बार कहा है कि उन्हें ट्रंप के ब्रिटेन में आने पर खुशी नहीं होगी.
ट्रंप के अपने लंदन दौरे को रद्द करने की घोषणा के बाद सादिक खान ने ट्वीट किया कि शायद ट्रंप को लंदनवासियों के मन की बात पता चल गई है. उन्होंने कहा कि लंदन वाले अमेरिका और अमेरिकी लोगों को प्यार करते हैं, पर ट्रंप की नीतियां और काम हमारे शहर के मूल्यों के खिलाफ हैं.
शनिवार को ट्रंप के समर्थकों ने सादिक खान के लैंगिक समानता के एक भाषण में बाधा डालने की कोशिश भी की थी.Many Londoners have made it clear that Donald Trump is not welcome here while he is pursuing such a divisive agenda. It seems he’s finally got that message. pic.twitter.com/YD0ZHuWtr3
— Sadiq Khan (@SadiqKhan) January 12, 2018
वहीं, ब्रिटिश के प्रधानमंत्री कार्यालय में ट्रंप के स्वागत की तैयारियां चल रही थीं. ट्रंप को ब्रिटिश महारानी के महल में लंच भी करना था और महारानी के गोल्फ कोर्स में कुछ देर गोल्फ में भी हाथ आजमाना था. लेकिन ट्रंप के अपना लंदन दौरा रद्द करने की घोषणा के बाद सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं.
ट्रंप के इस दौरे को रद्द करने के गंभीर मायने निकाले जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि यह अमेरिका-ब्रिटेन के संबंधों में आई कड़वाहट का इशारा है. इससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंध भी खराब हो सकते हैं.
ब्रिटेन ने हाल ही में येरूशलम को इजरायल की राजधानी मानने वाले अमेरिका के कदम का भी विरोध किया था. अमेरिका में 2007 से 2012 तक ब्रिटिश राजदूत रहे शीनवाल्ड ने ट्रंप के फैसले पर चिंता जताई है.
उनका कहना है कि ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से बाहर आने के बाद अमेरिका की मदद से व्यापारिक परेशानियों का हल निकलने की उम्मीद थी, लेकिन थेरेसा मे के पीएम बनने के बाद से दोनों देशों के संबंधों को गहरा झटका लगा है.