अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को पहली बार संबोधित किया. यहां उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उत्तर कोरिया अगर मानता नहीं, तो उसे पूरी तरह तबाह कर देंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने यहां कहा कि वे जंग नहीं दोस्ती और सौहार्द चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'अमेरिका में बहुत ताकत और धैर्य है, लेकिन वह अपना और अपने सहयोगियों का बचाव करने को मजबूर है. ऐसे में हमारे पास उत्तर कोरिया को नेस्तनाबूद कर देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा.' ट्रंप ने किम जोंग के लिए कहा, 'रॉकेट मैन खुद अपने लिए और अपने शासन के लिए आत्मघाती बन रहे हैं. अमेरिका तैयार है, उसमें इच्छाशक्ति है और वह सक्षम है, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं की इसकी जरूरत ही ना पड़े.'
इसके साथ उन्होंने ईरान पर आतंकियों की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा- ईरान सरकार तुंरत आतंकियों की मदद बंद करे. इन आतंकियों को कुचलने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी मिलकर काम कर रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने यहां कहा- अमेरिका का राष्ट्रपति होने के नाते, मैं हमेशा ही अमेरिका को पहले रखूंगा. मैं अमेरिकी लोगों को उनकी ताकत लौटाने के लिए चुना गया हूं. उन्होंने कहा, 'इस पद पर रहते हुए मेरे लिए अमेरिका के हितों की रक्षा सबसे ऊपर है, लेकिन अपने देश से जुड़े दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ हम यह भी समझते हैं कि भविष्य में सभी राष्ट्र संप्रभु, समृद्ध और सुरक्षित हों, यह सबके हित में है.'