हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी प्रतिक्रिया आ गई है. डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, दस साल तक सर्च करने के बाद, मुंबई आतंकी हमलों का तथाकथित मास्टरमाइंड को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया. उसे खोजने के लिए पिछले दो वर्षों में बहुत दबाव डाला गया था.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहना चाहते हैं कि हाफिज सईद की गिरफ्तारी अमेरिका के भारी दबाव के चलते हुई है. इससे पहले मुंबई हमले के गुनहगार और ग्लोबल आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया था.
बुधवार को जब जमात-उद-दावा का मुखिया हाफिज सईद लाहौर से गुजरांवाला जा रहा था, तब काउंटर टेररिज्म टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. हाफिज़ सईद को जेल भेज दिया गया है.
मोस्ट वॉन्टेड हाफिज सईद की गिरफ्तारी फिर PAK का दिखावा तो नहीं?
लाहौर की जेल में बंद रहेगा हाफिज
लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज़ सईद को पाकिस्तान के लाहौर में गिरफ्तार कर लिया गया है. ग्लोबल आतंकी हाफिज को लाहौर की लखपत जेल में रखा जाएगा. लेकिन हाफिज की गिरफ्तारी 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले को लेकर नहीं हुई है, बल्कि टेरर फंडिंग से जुड़े कई मामलों में हुई है. और ना ही लाहौर की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया गया है, जबकि काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) ने गिरफ्तार किया है.
After a ten year search, the so-called “mastermind” of the Mumbai Terror attacks has been arrested in Pakistan. Great pressure has been exerted over the last two years to find him!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 17, 2019
मुंबई अटैक नहीं बल्कि इस मामले में सलाखों के पीछे पहुंचा आतंकी हाफिज सईद
CTD ने पाकिस्तान के एंटी टेररिज्म एक्ट-1997 के तहत दो दर्जन से अधिक केस में कार्रवाई की है. हाफिज सईद पर टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है. बीते तीन जुलाई को हाफिज सईद, अब्दुल रहमान मक्की समेत कई अन्य बड़े आतंकियों पर CTD ने ये एक्ट लगाया था और मामला दर्ज किया था.