अपनी बयानबाजी और चौंकाने वाले फैसलों के लिए मशहूर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. ट्रंप ने ये तंज भारत द्वारा अफगानिस्तान में की जा रही मदद को लेकर कसा है. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री लगातार मुझे बताते हैं कि हमने अफगानिस्तान में लाइब्रेरी बनाई. लेकिन मैं कहता हूं कि उसका इस्तेमाल कौन कर रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘’ मैं अगर भारत की बात करूं तो उनकी उपस्थिति अफगानिस्तान में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे बताया कि उन्होंने अफगानिस्तान में लाइब्रेरी बनाई, पांच घंटे उन्होंने यही बताया.’’
अफगानिस्तान नीति पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा,’’ उन्होंने (मोदी) मुझे बताया. वो बहुत स्मार्ट हैं, अब हम क्या कह सकते हैं. ओह... लाइब्रेरी के लिए शुक्रिया. पता नहीं अफगानिस्तान में उस लाइब्रेरी का इस्तेमाल कौन कर रहा है. लेकिन ये सिर्फ एक-दो चीजों में से है, मैं पूरा क्रेडिट नहीं लेना चाहता’’.
But one good thing in these remarks is when Trump says: “I get along very well with India, with Prime Minister Modi.”
But it is unfair for Trump to then slam India for helping build library in Afghanistan. See 2:03 mark. pic.twitter.com/YYzSq3lVCK
— Hindu Americans (@HinduAmericans) January 2, 2019
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दक्षिण एशियाई नीति को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में भारत, पाकिस्तान, रूस जैसे देशों की मौजूदगी है, हम उनसे काफी दूर हैं उसके बावजूद भी उनकी मदद करते हैं.
आपको बता दें कि भारत अफगानिस्तान में पिछले काफी समय से एक्टिव है. भारत लगातार अफगानिस्तान में प्रोग्रेसिव प्रोग्राम चलाता है, जिसमें स्कूली जरूरतों, पुनरुत्थान जैसे कार्यक्रम भी शामिल हैं. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति किस प्रोग्राम की बात कर रहे थे यह साफ नहीं है.
गौर करने वाली बात ये भी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति भारत द्वारा अफगानिस्तान में की जा रही जिस मदद पर तंज कस रहे थे, उन्हीं की सरकार ने जब अफगानिस्तान की नीति बनाई थी तो भारत को अहम जिम्मेदारी दी थी.
डोनाल्ड ट्रंप जब राष्ट्रपति बने तो उन्होंने दक्षिण एशिया के लिए नई नीति बनाई, उस दौरान अफगानिस्तान में अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए उसने भारत को अहम साथी करार दिया था.