अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. उन्होंने कनाडा से लेकर मेक्सिको और भारत-चीन पर दो अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया. लेकिन इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की पीठ थपथपाई.
डोनाल्ड ट्रंप ने 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों की रवानगी के दौरान हुए हमले के मुख्य साजिशकर्ता आतंकी की गिरफ्तारी में मदद के लिए पाकिस्तान को शुक्रिया कहा.
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका एक बार फिर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ डटकर खड़ा है. उन्होंने संसद में कहा कि 2021 में काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें अमेरिका के 13 सैनिकों की मौत हुई थी.
उन्होंने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को अमेरिकी इतिहास का सबसे शर्मनाक पल बताते हुए कहा कि अमेरिका एक बार फिर कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. आज से साढ़े तीन साल पहले आईएसआईएश आतंकियों ने एबी गेट हमले में 13 सैनिकों और कई अन्य को मार दिया था.
लेकिन आज मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने इस हमले के लिए जिम्मेदार मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है और उसे यहां प्रत्यर्पित कर लाया जा रहा है. मैं इसके लिए विशेष रूप से पाकिस्तान की सरकार का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने इस हत्यारे को पकड़ने में मदद की.
ट्रंप की जुबां पर पाकिस्तान गदगद हुए शहबाज शरीफ
अमेरिकी संसद में डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान का भी जिक्र किया और आभार जताया. इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि हम आतंकवाद का मुकाबला करने में पाकिस्तान की भूमिका की सराहना करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभारी हूं. पाकिस्तान-अफगान सीमा पर हमारे सफल ऑपरेशन में इस वॉन्टेड आतंकी को गिरफ्तार किया.
शहबाज ने कहा कि जैसा कि सभी को पता है कि आतंकवाद का मुकाबला करने में पाकिस्तान की अहम भूमिका रही है. हम हर प्रारूप में आतंकवाद से लड़ते रहेंगे.