काबुल में गुरुवार को हुए धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हमले के एक दिन बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हुंकार भरी है. ट्रंप ने कहा, अगर मैं तुम्हारा राष्ट्रपति होता, तो काबुल में हमला नहीं होता.
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ये त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए था. उन्होंने कहा, अगर मैं तुम्हारा राष्ट्रपति होता, तो ये नहीं होता.
अमेरिकी सैनिकों की मौत पर जताया दुख
ट्रंप ने कहा, एक राष्ट्र के रूप में, अमेरिका अफगानिस्तान में बर्बर आतंकवादी हमले में हमारे बहादुर और प्रतिभाशाली अमेरिकी सैनिकों के नुकसान पर शोक व्यक्त करता है. इन महान अमेरिकी योद्धाओं ने कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी जान गंवा दी.
अमेरिकी सैनिकों की मौत का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, उन्होंने उस देश के लिए खुद का बलिदान दिया, जिसे वे प्यार करते थे. वे अपने नागरिकों को नुकसान से बचाने और उनके रेस्क्यू में जुटे थे. वे अमेरिकी हीरोज के तौर पर मारे गए. हमारा देश उनके बलिदान का हमेशा सम्मान करेगा.
काबुल एयरपोर्ट पर हुए थे 4 धमाके
काबुल में गुरुवार को चार धमाके हुए थे. इनमें 103 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 143 लोग जख्मी हुए हैं. ये धमाके गुरुवार शाम भीड़भाड़ वाले काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुए. इसमें 13 अमेरिकी सैनिक जिनमें 12 मरीन और एक नौसेना के डॉक्टर शामिल हैं. इसके अलावा 18 घायल हुए हैं.
आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. आईएस ने आत्मघाती हमलावर की तस्वीर भी जारी की. इस हमले के बाद से काबुल एयरपोर्ट से उड़ानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.