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क्या ट्रंप करेंगे शर्मिंदगी वाली पर्प वॉक? वो 6 कानूनी शब्द जो पूर्व राष्ट्रपति के ट्रायल में बार-बार सुनाई देंगे

पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को मुंह बंद रखने की एवज में दी गई रकम वाले केस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को इस कदर उलझाया है कि वह राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले मुश्किलों में फंस गए हैं. ट्रंप को आपराधिक मामला चलाया जाएगा, इस दौरान उन्हें जिन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ सकता है, उन्हें छह कानूनी शब्दों द्वारा समझा जा सकता है.

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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप विश्व भर की मीडिया की सुर्खियों में हैं. पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को मुंह बंद रखने की एवज में दी गई रकम वाले केस ने उन्हें इस कदर उलझाया है कि वह अमिरिकी राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले मुश्किलों में फंस गए हैं. वह अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर रहने वाले ऐसे पहले शख्स बन गए हैं, जिन पर आपराधिक मामला चलाया जाएगा. आपराधिक मामले में घिरे ट्रंप को भी उन सारी कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है, जिनका सामना किसी भी आम अमेरिकी आपराधिक मामले में फंसे आरोपी को करना पड़ता है. इन प्रक्रियाओं को छह कानूनी शब्दों द्वारा समझा जा सकता है और इन्हीं शब्दों में यह भी छिपा हुआ है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ आगे क्या-क्या होने वाला है या क्या हो सकता है. 

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ग्रैंड जूरी क्या है, इसमें कौन शामिल होते हैं?

ट्रंप मामले में जो सबसे पहले खबर आई, उसमें एक लाइन विशेष तौर पर मौजूद रही थी कि ग्रैंड जूरी ने वोट करके सहमति दी कि ट्रंप ने अपराध किया है और उन पर मुकदमा चलाया जाए. ग्रैंड जूरी क्या है? ग्रैंड जूरी नागरिकों का एक समूह होती है, जो गवाहों के साथ ही पेश किए गए सबूतों पर विचार-विमर्श करती है. इसके बाद ये तय किया जाता है कि किसी व्यक्ति पर आपराधिक आरोप लगाए जाने के लिए पर्याप्त आधार हैं. ग्रैंड जूरी का आधुनिक इतिहास 800 साल तक पुराना है. यह संस्था, जहां एक तरफ किसी व्यक्ति पर आरोप तय करती है तो वहीं, कोई ऐसा पीड़ित शख्स जिसपर आरोप निराधार हैं तो जूरी उसके लिए ढाल भी बनती है. ग्रैंड जूरी में 16 से 23 सदस्य होते हैं. 

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Indictment (इनडिक्टमेंट) से गुजर रहे हैं ट्रंप

डोनॉल्ड ट्रंप पर कानूनी प्रक्रिया के तहत जिस शब्द से पहला पाला पड़ा है, वह है Indictment (इनडिक्टमेंट). आसान भाषा में इसका मतलब हुआ, प्रारंभिक तौर पर आरोप लगाना. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर लगे आरोपों पर सहमति देने ओर उन आरोपों को तय किए जाने को लेकर ग्रैंड जूरी बैठी थी. जूरी ने ट्रंप को इनडिक्ट करने के लिए वोट किया. इस तरह जूरी ने ये माना कि ट्रंप ने अपराध किया है और उनका अपराध क्या है. इस प्रक्रिया को इनडिक्टमेंट कहते हैं. इंडिक्टमेंट एक ग्रांड जूरी की गोपनीय वोटिंग के आधार पर तय होता है. इस मामले में न्यूयॉर्क सिटी में मैनहैटन की ग्रांड जूरी ने ट्रंप पर आरोप लगाने का फैसला किया है.

फेलनी (Felony) यानी गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकते हैं ट्रंप?

ट्रंप पर क्या आरोप लगाए गए हैं, यह अभी सार्वजनिक नहीं है. इन्हें अभी सीलबंद रखा गया है. सिर्फ ट्रंप को इनडिक्टमेंट के जरिए मोटी-मोटी जानकारी ही दी गई है. हालांकि ये कहा जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति पर लगाए जाने वाले आरोप गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकते हैं. ऐसे में ट्रंप फेलनी (Felony) की जद में आ सकते हैं. गंभीर अपराध की श्रेणी को अमेरिका में 'फेलनी' कहा जाता है. जिनमें व्यक्ति को एक साल या उससे अधिक की जेल हो सकती है. गुंडागर्दी अमेरिका में गंभीर अपराध है. इसके अलग-अलग स्तर के आधार पर सजा तय की जा सकती है. 

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ट्रंप को मग शॉट भी देना पड़ेगा?

अगर पोर्न स्टार को पैसे देने के मामले में अभियोग चलाए जाने के लिए ट्रंप गिरफ्तार होते हैं तो सबसे पहले उन्हें इस प्रक्रिया से गुजरना होगा. यह अमेरिका में हर अपराधी के साथ होता है. उसके फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे और इसके बाद मग शॉट लिया जाएगा. मग शॉट में चेहरे की सामने से फोटो ली जाती है और एक फोटो साइड प्रोफाइल से ली जाती है. अमेरिका के इतिहास में ये पहली बार होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाला कोई व्यक्ति इस तरह की प्रक्रिया से गुजरेगा.

क्या ट्रंप को करनी पड़ेगी पर्प वॉक?

अगर ऐसा हुआ तो ये अब तक के अमेरिकी इतिहास का सबसे बदनुमा रिकॉर्ड होगा. अमेरिकी कानूनी प्रक्रिया में पर्प वॉक किसी बुरे सपने से कम नहीं है और यह आरोपी/अपराधी के लिए सजा से भी बड़ी बुरी यादगार हो सकती है. ये एक पुरानी विधा है, जिसमें किसी संदिग्ध व्यक्ति को हथकड़ियों में पीछे बंधे हाथ के साथ, कैमरे और माइक्रोफोन से लैस भीड़ के बीच से गुजर कर चलना होता है. कुछ दूरी की ये वॉक वहां जाकर खत्म होती है, जहां संदिग्ध को उसके आरोप पढ़कर सुनाए जाने वाले होते हैं. ये बहुत शर्मनाक होती है. इसे प्राचीन इतिहास की 'निंदा का परेड' से भी लिया जाता है. ट्रंप के पास अभी आत्मसमर्पण का मौका है. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है और फिर पर्प वॉक करनी पड़ सकती है. 

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जब ट्रंप को सुनाए जाएंगे आरोप

अभी ट्रंप पर लगाए गए आरोप सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन मंगलवार वह दिन हो सकता है, जब उनके ऊपर लगाए गए आरोप पहली बार सामने लाए जाएंगे. इस दौरान कोर्ट में ट्रंप पर लगाए गए आरोप विस्तार से पढ़कर सुनाए जाएंगे. इसी प्रक्रिया को अरेन्मेंट कहा जाता है. इसके जरिए ही उन्हें सबके सामने उनके खिलाफ लगे आरोपों की सूचना दी जाएगी. इसके बाद ट्रंप (या उनके वकील) से पूछा जाएगा कि उन्होंने इस अपराध को अंजाम दिया है या नहीं. इस दौरान जज की इजाजत के आधार पर कोर्ट रूम में मीडिया की मौजूदगी हो सकती है. इस अरेन्मेंट के बाद ट्रंप को एक बॉऩ्ड भरना पड़ सकता है. 
 

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