अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछली ओबामा सरकार द्वारा सैन्य बजट में की गई कमी खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली का विकास, सेना का पुनर्गठन और आक्रामक साइबर क्षमताओं का विकास करेगा.
ईरान और उत्तर कोरिया पर खास नजर
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के अमेरिका के नए राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ लेने के थोड़ी ही देर बाद कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप सैन्य पहलू की अनदेखी को खत्म करेंगे और हमारी सेना के पुनर्गठन की योजना रेखांकित करते हुए कांग्रेस को एक नया बजट सौंपेंगे. हम अपने सैन्य नेताओं को हमारे भविष्य की सैन्य जरूरतों के लिए योजनाओं तैयार करने का साधन मुहैया कराएंगे.' इसमें कहा गया है, 'हम ईरान और उत्तर कोरिया जैसे देशों के मिसाइल आधारित हमलों से बचाव के लिए एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली का भी विकास करेंगे.'
साइबर वार के लिए खास तैयारी
वहीं साइबर वार को एक उभरती रणभूमि बताते हुए व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी खुफिया सूचनाएं एवं व्यवस्था की रक्षा के लिए सभी उपाय करने चाहिए. व्हाइट हाउस ने कहा, 'हम अपने अमेरिकी साइबर कमान की रक्षात्मक एवं आक्रामक साइबर क्षमताओं के विकास को प्राथमिकता बनाएंगे और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सेवा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ अमेरिकियों को भर्ती करेंगे.'
जलवायु परिवर्तन पर कड़ा रुख
व्हाइट हाउस ने साथ ही कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप जलवायु कार्रवाई योजना और वॉटर्स ऑफ दि यूएस रूल (जलाशयों के अधिकार क्षेत्र को परिभाषित करने वाला तकनीकी दस्तावेज) जैसी नुकसानदेह और गैरजरूरी नीतियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इन प्रतिबंधों को हटाने से अमेरिकी कामगारों को काफी मदद मिलेगी, अगले सात सालों में वेतन में 30 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी होगी.'