अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को श्रीलंका में सिलसिलेवार धमाकों को लेकर गलत ट्वीट कर दिया. उन्होंने श्रीलंका विस्फोट में मरने वालों की गलत संख्या पोस्ट कर दी. उन्होंने लिखा कि श्रीलंका के लोगों के साथ मेरी दिली संवेदना है. साथ ही उन्होंने गलती से ट्वीट कर दिया कि श्रीलंका में हुए धमाकों में 13.8 करोड़ लोग मारे गए. ट्रंप के इस ट्वीट पर लोगों ने जब प्रतिक्रिया जाहिर करनी शुरू की तो इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.
ट्रंप ने तीन चर्चों और तीन होटलों में हुए विस्फोटों में 138 लोगों की मौत होने के बदले गलती से 13.8 करोड़ लोग लिख दिया. ट्रंप का यह ट्वीट करीब 20 मिनट बाद हटा लिया गया. लेकिन यह ट्वीट लोगों की नजर से नहीं बच सका और लोग इसका मजाक उड़ाने लगे.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'आप मृतकों की संख्या में संशोधित कर सकते हैं. सब कुछ लाखों में ही नहीं मापा जाता है...' ट्रंप के एक फॉलोवर ने कहा, '13.8 करोड़? आपको तथ्यों का इंतजार करना चाहिए था.'
एक अन्य ने ट्वीट किया, 'हमारी आबादी दो करोड़ है. 13.8 करोड़ गणितीय रूप से असंभव है. आप अपनी बेकार संवेदनाएं अपने पास रखिए. हमें इसकी जरूरत नहीं है.' श्रीलंका की कुल आबादी 2.17 करोड़ है. गलती का अहसास होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप का ट्वीट डिलीट कर दिया गया और बाद में नया ट्वीट किया गया.
बाद में किए गए ट्वीट में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा कि श्रीलंका में चर्चों और होटलों पर हुए आतंकी हमले में 138 लोग मारे गए हैं और 600 से ज्यादा बुरी तरह घायल हुए हैं. अमेरिका श्रीलंकाई लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है. हम सहयोग के लिए तैयार हैं!
138 people have been killed in Sri Lanka, with more that 600 badly injured, in a terrorist attack on churches and hotels. The United States offers heartfelt condolences to the great people of Sri Lanka. We stand ready to help!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 21, 2019
बता दें कि श्रीलंका में ईस्टर पर रविवार को हुए तीन चर्चों और लग्जरी होटलों में हुए बम धमाकों समेत रविवार को हुए आठ धमाकों में से कम से कम दो आत्मघाती बम धमाके थे जिनमें 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 500 अन्य घायल हो गए.
श्रीलंका में इन धमाकों के साथ ही लिट्टे के साथ खूनी संघर्ष के खत्म होने के बाद करीब एक दशक से जारी शांति भी भंग हो गई. पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने बताया कि श्रीलंका में हुए सबसे खतरनाक हमलों में से एक, ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए.
वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों-शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए. अधिकारियों के मुताबिक सिनामोन ग्रांड होटल के रेस्तरां में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया. श्रीलंका के आर्थिक सुधार और सार्वजनिक वितरण मंत्री हर्षा डी सेल्वा ने बताया कि धमाकों में विदेशी नागरिकों सहित कई लोग हताहत हुए हैं. पुलिस सूत्रों ने कहा कि आठ धमाकों के बाद मरने वालों का आंकड़ा 207 है, जबकि इन धमाकों में 450 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
बहरहाल, देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है जो अगले आदेश तक जारी रहेगा. साथ ही सुरक्षा बलों को अगले 10 दिनों तक हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है. वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि आत्मघाती हमलावर द्वारा दो चर्चों में विस्फोट किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए लोगों में 35 विदेशी नागरिक शामिल हैं, लेकिन फिलहाल उनकी नागरिकता का पता नहीं चल पाया है. मामले में सात आरोपियों की गिरफ्तारी की बात सामने आई है.