अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर को जब अंतिम विदाई दी जा रही थी तो बार-बार कैमरे पर दो शख्स नजर आ रहे थे. अगल-बगल में बैठे ये दोनों शख्स कभी धीरे से एक दूसरे के कान में कुछ कहते तो कभी मुस्कुराकर भीड़ को ऑब्जर्व करते. दोनों की बॉन्डिंग देखकर दुनिया दंग रह गई. ये दोनों शख्स थे बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप. अमेरिकी राजनीति में इन्हें एक दूसरे का कट्टर विरोधी माना जाता है. लेकिन इस क्षणभंगुर बॉन्डिंग के बाद 2011 की व्हाइट हाउस की उस पार्टी का जिक्र करना जरूरी हो जाता है जिसके बाद ट्रंप ने ठान लिया था कि वह एक दिन अमेरिका का राष्ट्रपति बनकर रहेंगे.
बराक ओबामा 2009 में जब पहली बार व्हाइट हाउस पहुंचे तो उनकी अमेरिकी पैदाइश को लेकर खूब हंगामा हुआ. ऐसा पहली बार हुआ था कि कोई अश्वेत शख्स अमेरिका के राष्ट्रपति के पद तक पहुंचा था. विरोधियों ने देशभर में ओबामा के खिलाफ एक कैंपेन खड़ा कर दिया, जिसमें उन्हें कभी मुस्लिम बताया जाता तो कभी कहा जाता कि वह अमेरिकी नागरिक नहीं हैं. इस तरह की कॉन्सिपिरेसी थ्योरी के केंद्र में थे डोनाल्ड ट्रंप.
यह वह समय था जब ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुए थे और लगातार ओबामा पर दबाव बना रहे थे कि वह अपना बर्थ सर्टिफिकेट सार्वजनिक करें. ऐसे में जब 30 अप्रैल 2011 को व्हाइट हाउस में डिनर पार्टी का आयोजन किया गया तो ओबामा ने बर्थ कॉन्सिपिरेसी थ्योरी को लेकर ट्रंप को जमकर रोस्ट किया.
30 अप्रैल 2011 की रात उस पार्टी में क्या हुआ था?
अमेरिकी राजनीति में व्हाइट हाउस कॉरेस्पॉन्डेंट डिनर पार्टियां काफी हाई प्रोफाइल मानी जाती हैं. हर साल राष्ट्रपति की मेजबानी में होने वाली इस पार्टी में नेताओं से लेकर पत्रकार और हॉलीवुड सेलिब्रिटीज तक तमाम शख्सियतें हिस्सा लेती हैं. 2011 की व्हाइट हाउस पार्टी में ट्रंप भी शामिल हुए थे.
लेकिन पार्टी में टर्निंग प्वॉइन्ट उस समय आया, जब ओबामा ने मंच से ट्रंप को रोस्ट करना शुरू कर दिया. ओबामा ने सबसे पहले उनके खिलाफ चलाए जा रहे इस बर्थ मूवमेंट पर जमकर तंज कसे.
उन्होंने अचानक भीड़ के बीच मौजूद डोनाल्ड ट्रंप की ओर इशारा कर कहा कि आज रात हमारे बीच ट्रंप भी हैं. मैं जानता हूं कि उन्हें आजकल आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. अब जबकि बर्थ सर्टिफिकेट का मामला शांत पड़ गया है तो ट्रंप से ज्यादा खुश कोई नहीं है. क्योंकि अब ट्रंप अन्य मामलों पर ज्यादा फोकस कर सकते हैं, जैसे- क्या अमेरिका ने फेक मून लैंडिंग की? रॉसवेल में असल में क्या हुआ था? हम सब आपके (ट्रंप) अनुभवों और विश्वसनीयता से वाकिफ हैं. जैसे- हाल ही में Celebrity Apprentice (कुकिंग शो) के एक एपिसोड में पुरुषों की एक टीम जजों को खास इंप्रेस नहीं कर पाई लेकिन ट्रंप ही अकेले ऐसे शख्स थे जो समझ गए थे कि टीम के हारने की वजह लीडरशिप क्वालिटी का न होना था. सर, आपने (ट्रंप) मामले को बहुत परिपक्वता के साथ हैंडल किया था. और मैं जानता हूं कि आप अगर इस देश के राष्ट्रपति बन गए तो आप व्हाइट हाउस में बड़ी तब्दीलियां लेकर आएंगे...
इस बीच बड़ी स्क्रीन पर एक तस्वीर दिखाई गई. ओबामा ने ट्रंप को रोस्ट करते हुए कहा कि उनके राष्ट्रपति बनने पर व्हाइट हाउस कुछ इस तरह का दिखेगा.... इस तस्वीर में जो कुछ दिखाई दिया उसे देखकर भीड़ तो हंसी लेकिन ट्रंप के चेहरे को देखकर साफ लगा कि उन्हें यह मजाक बिल्कुल पसंद नहीं आया.
इस तस्वीर में व्हाइट हाउस की बिल्डिंग पर बड़े और कैपिटल अक्षरों में TRUMP लिखा हुआ था और किसी पब या बार के रंगबिरंगे साइन बोर्ड की तरह The White House लिखा था, जिसके ठीक नीचे होटल, कसीनो, गोल्फ कोर्स प्रेसिडेंशियल सुइट लिखा था. व्हाइट हाउस के सामने के हिस्से वाले चार पिलर सोने के बने हुए थे और इमारत के फ्रंट में बने फाउंटेन पूल में बिकिनी पहनकर दो लड़कियां एन्जॉय कर रही थीं. ग्राउंड में कुछ लोग गोल्फ भी खेल रहे थे.
यह तस्वीर जैसे ही स्क्रीन पर दिखाई दी लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे. इस बीच कैमरे पर झट से ट्रंप को दिखाया गया, जो इस रोस्टिंग पर मन मसोसकर मुस्कुरा रहे थे. एक तरह से ओबामा इस तस्वीर के जरिए ये मैसेज देना चाह रहे थे कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर व्हाइट हाउस मौज-मस्ती का अड्डा बनकर रह जाएगा.
30 अप्रैल की वह पार्टी खत्म हो गई लेकिन उस रात की चोट उन्हें बैचेन करने लगी. ट्रंप के पॉलिटिकल सलाहकार रोजर स्टोन ने बाद में बताया था कि 'मुझे लगता है कि उसी रात ट्रंप ने ठान लिया था कि वह राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे. उस रात की घटना ने उन्हें प्रेरित किया कि वह चुनाव लड़ेंगे और राष्ट्रपति बनकर इसका जवाब देंगे.'
रोजर स्टोन ही नहीं The Apprentice शो की एक कंटेस्टेंट ओमरोसा मनिगॉल्ट भी उस रात व्हाइट हाउस की पार्टी में मौजूद थी और इस पूरी घटना के गवाह भी. उन्होंने बाद में ट्रंप के लिए प्रचार भी किया. ओमरोसा ने टीवी इंटरव्यूज में कई बार यह बात कही थी कि उस रात ट्रंप को देखकर ऐसा लगा था मानो वह मन ही मन कुछ ठान चुके थे. वह अपने हर आलोचक को झुकते देखना चाहते थे. वे बेशक ट्रंप के सामने नहीं झुकेंगे लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के सामने झुकना होगा. ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव जीतकर और इस यूनिवर्स का सबसे ताकतवर शख्स बनकर वह अपने आलोचकों को जवाब देना चाहते थे और शायद ये उनका रिवेंज भी होगा.
ओबामा के उस तंज के बाद देशभर में एक ट्रेंड बन गया था. विरोधी अमेरिका के भावी राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप पर मीम्स बनाने लगे थे. अमेरिकी कॉमेडियन और टीवी एक्टर सेथ मेयर्स ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप कह रहे हैं कि वह रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे ये बहुत सरप्राइजिंग होगा क्योंकि मुझे लगता है कि He Will be running as a joke...
2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जमकर ये चर्चा होने लगी थी कि 2011 की व्हाइट हाउस पार्टी में हुए अपमान का बदला लेने के लिए ट्रंप राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. 2016 में कैंपेन के दौरान जब ट्रंप से इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने वॉशिंगटन पोस्ट से कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के मेरे पास कई कारण हैं लेकिन यह कारण जो आप बता रहे हैं, वह बिल्कुल नहीं है.
ओबामा ने 2015 की व्हाइट हाउस पार्टी में भी ट्रंप का जिक्र किया था. लेकिन इस बार ट्रंप पार्टी में नहीं पहुंचे थे. शायद उन्होंने ठान लिया था कि वह अब राष्ट्रपति बनकर ही व्हाइट हाउस लौटेंगे.