अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अहम सम्मेलन के लिए फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी पहुंच गए हैं. दोनों नेता अमेरिका और रूस के बीच संबंधों के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे.
बता दें कि ट्रंप ने पुतिन को मार्च में दोबारा निर्वाचित होने पर बधाई दी थी, जिसके बाद पुतिन और ट्रंप ने बैठक करने पर चर्चा की थी. इस सम्मेलन में दोनों राष्ट्रपतियों के बीच सीधी बातचीत होगी तथा इसकी समाप्ति संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के साथ होगी. दोनों नेता एक संयुक्त बयान भी जारी कर सकते हैं.
हेलसिंकी में होने वाले द्विपक्षीय सम्मेलन में ट्रंप सिंगापुर के शानदार अनुभव को फिर से जीना चाहते हैं. ट्रंप ने पिछले महीने सिंगापुर में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से ऐतिहासिक मुलाकात की थी. दोनों राष्ट्रपति के विशाल राजनीतिक कद के कारण इस पूरे कार्यक्रम पर मीडिया की पैनी निगाहें हैं.
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि मौजूदा राजनीतिक हालात के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के उनके समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच सम्मेलन तय समय पर होना चाहिए. अमेरिका के 2016 राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप को लेकर रूस के 12 खुफिया अधिकारियों के खिलाफ अभियोग दाखिल किया गया है.
कांग्रेस में शीर्ष डेमोक्रेट्स ने ट्रंप से सोमवार को फिनलैंड में पुतिन के साथ होने वाली बैठक को रद्द करने का आह्वान किया है लेकिन इसके बावजूद पोम्पियो ने बताया कि मुझे लगता है कि यह बहुत जरूरी हैं कि दोनों की मुलाकात हो. गौरतलब है कि इससे पहले ऐसी अटकले थीं कि अमेरिका द्वारा रूस के 12 खुफिया अधिकारियों पर आरोप लगाए जाने की वजह से यह वार्ता रद्द हो सकती है.