अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नॉर्थ कोरिया के प्रति रुख अब काफी कड़ा हो गया है. अमेरिका ने सभी देशों से उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक और आर्थिक संबंध तोड़ने की अपील की है. अमेरिका ने चेतावनी दी, अगर युद्ध हुआ तो उत्तर कोरिया पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा.
बता दें कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया के ताजा मिसाइल परीक्षण को लेकर उस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन से भी बात करने को तैयार हैं. ट्रंप ने चीन के अपने समकक्ष शी चिनपिंग से बात की ताकि प्योंगयांग को ‘भड़काऊ कदम’ उठाने से रोकने के लिए दबाव बनाया जा सके.
व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत के दौरान ट्रंप ने अपनी और अपने साझेदार देशों की रक्षा करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई. दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इंटरकांटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण को लेकर चर्चा की.
ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर कोरिया के भड़काऊ कदमों के बारे में अभी चीन के राष्ट्रपति शी से बात की. उत्तर कोरिया पर अतिरिक्त बड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे.’’ हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि किस तरह के बड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
चीन ने जताई थी चिंताJust spoke to President XI JINPING of China concerning the provocative actions of North Korea. Additional major sanctions will be imposed on North Korea today. This situation will be handled!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 29, 2017
अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी और प्रतिबंधों की धज्जियां उड़ाकर बार-बार मिसाइल दागने वाले उत्तर कोरिया से अब चीन भी खफा होने लगा है. उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिका तक मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण पर चीन ने गंभीर चिंता जताई है. साथ ही उत्तर कोरिया से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव को बढ़ाने और उकसावे वाली कदमों को रोकने को कहा है.
ट्रंप ने की जापान-साउथ कोरिया से बात
वहीं, उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण करने के फौरन बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले पर अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे-इन और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ चर्चा की. उत्तर कोरिया ने लगभग ढाई महीने की खामोशी के बाद अपने सबसे ताकतवर हथियार अंतरद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को जापान सागर में फायर किया है.
माना जा रहा है कि अमेरिका और वैश्विक दबाव में चीन ने उत्तर कोरिया पर सख्ती दिखाई है.
बता दें कि उत्तर कोरिया ने लगभग ढाई महीने की खामोशी के बाद बुधवार को अपने सबसे ताकतवर हथियार को जापान सागर में फायर किया. उत्तर कोरिया की इस अंतरद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के दायरे में वाशिंगटन समेत अमेरिका के पूर्वी समुद्रीय तट इलाके भी आते हैं.