अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस पर नए प्रतिबंध लगाने संबंधी एक विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे. विधेयक को सीनेट से मंजूरी मिल चुकी है. इसे सदन में इस सप्ताह पेश किया जा सकता है क्योंकि मास्को के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने या हटाने के लिए ट्रंप को पहले कांग्रेस की अनुमति लेना जरूरी है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विधेयक का प्रारंभिक मसौदा पढ़ा और इसके महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में बातचीत की, इस विधेयक का उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल के लिए और यूक्रेन एवं सीरिया में सैन्य आक्रमकता के लिए मास्को को दंडित करना है
उन्होंने विधेयक के अंतिम प्रारूप की भी समीक्षा कर ली है और विधेयक को मंजूरी दे दी है और उनकी इस पर हस्ताक्षर करने की योजना है.
प्रशासन रूस को लेकर कड़ा रूख अपनाने का और खासतौर पर इन प्रतिबंधों को लागू करने का समर्थक है. उन्होंने एक विदेशी अखबार में कहा, इस समय हम विधेयक का समर्थन करते हैं और यूक्रेन की स्थिति पूरी तरह सुधर जाने तक रूस पर ये कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए सदन और सीनेट के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे.
इस नए विधेयक के लागू होने के बाद ट्रंप रूस पर प्रतिबंधों में ढील नहीं दे पाएंगे
प्रतिनिधि सभा ने तीन के मुकाबले 419 मतों से इस विधेयक को पारित किया था, जिसके दो दिन बाद गुरुवार को सीनेट ने इसे दो के मुकाबले 98 मतों से पारित किया
प्रस्तावित प्रतिबंध ऐसे समय में आए हैं, जब व्हाइट हाउस पिछले साल की राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की प्रचार टीम और रूस के बीच हस्तक्षेप की जांच में उलझा था, हालांकि ट्रंप ने इसे अनावश्यक कहा है.
बतादें एक रिर्पोट के मुताबिक नए विधेयक पर प्रतिक्रिया स्वरूप रूस ने शुक्रवार को अमेरिका को रूस में तैनात अपने कूटनीतिक स्टाफ की संख्या कम कर 450 करने को कहा है. अमेरिका में भी रूस के इतने ही कूटनीतिक कर्मचारी तैनात हैं,