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डोनाल्ड ट्रंप के बयानों की वजह से 30 सेकेंड पहले आएगी 'कयामत'

बुलेटिन ऑफ द अटॉमिक सांइटिस्ट्स एक नॉन टेक्निकल अकादमिक पत्रिका है जो परमाणु हथियारों, क्लाइमेट चेंज, बीमारियों की वजह से ग्लोबल सुरक्षा पर पड़ने वाले खतरों का अध्ययन करती है. इस पत्रिका की शुरुआत 1945 में हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु विध्वंस के बाद की गई थी.

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ट्रंप के बयानों से दुनिया को खतरा..
ट्रंप के बयानों से दुनिया को खतरा..

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा क्लाइमेट चेंज और न्यूक्लियर हथियारों को लेकर दिए गए बयानों के कारण अब शायद दुनिया में कयामत जल्दी आ सकती है. गुरुवार को प्रतीकात्मक 'डूम्सडे क्लॉक' में वैज्ञानिकों ने 30 सेकेंड की कटौती की है. बुलेटिन ऑफ द अटॉमिक सांइटिस्ट्स से जुड़े वैज्ञानिकों के अनुसार दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के प्रमुख के बयानों के कारण अब कयामत 30 सेकेंड पहले आएगी.

बुलेटिन ऑफ द अटॉमिक सांइटिस्ट्स एक नॉन टेक्निकल अकादमिक पत्रिका है जो परमाणु हथियारों, क्लाइमेट चेंज, बीमारियों की वजह से ग्लोबल सुरक्षा पर पड़ने वाले खतरों का अध्ययन करती है. इस पत्रिका की शुरुआत 1945 में हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु विध्वंस के बाद की गई थी.


न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए गए लेख के अनुसार डेविड टिटले के अनुसार घड़ी के वक्त को बदलने के फैसले के पीछे डोनाल्ड ट्रंप अहम कारण थे. यह पहली बार हुआ है कि किसी व्यक्ति के बयानों के कारण घड़ी के समय में परिवर्तन किया गया हो.

1945 में मैगजीन की शुरुआत के बाद इस घड़ी की शुरुआत 1947 में की गई थी, जब से लेकर अभी तक 19 बार इसमें बदलाव किया जा चुका है. 1953 में इसके वक्त को आधी रात से दो मिनट पीछे कर दिया गया था, वहीं 1991 में आधी रात से 17 मिनट पहले कर दिया गया था.

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