पाकिस्तानी नागरिकों के लिए भारत का वीजा पाना अब और कठिन हो गया है. भारत सरकार ने वीजा के नियम कड़े करते हुए वहां के नागरिकों के लिए एक नई शर्त रखी है. वह यह कि भारत आने के इच्छुक अब हर नागरिक को यह सर्टिफिकेट देना होगा कि उसने पोलियो की दवा ले ली है.
पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान भी इसी वर्ग में है और वहां के नागरिकों के लिए भी अब यह सर्टिफिकेट लाना जरूरी होगा. इसका कारण यह बताया जा रहा है कि इन दोनों देशों में तालिबानियों ने पोलियो की दवा के वितरण पर रोक लगा रखी है. वे बच्चों को दवा की खुराक नहीं लेने देते हैं और उससे जुड़े कार्यकर्ताओं को भी मार डालते हैं. पाकिस्तान इन दिनों पोलियो का बड़ा केंद्र बन चुका है. वहां अब तक पोलियो के 82 मामले सामने आए हैं. आतंकवाद और कट्टरपंथियों के दबाव के कारण वजीरिस्तान में पोलियो की खुराक देने पर रोक लगा दी गई है. वहां से लगातार पोलियो के मरीजों की तादाद बढ़ने की खबर आ रही है.
...तो नामर्द हो जाएंगे बच्चे
तालिबानियों और कट्टरपंथियों का कहना है कि पोलियो की खुराक लेने से बच्चे नामर्द हो जाएंगे और यह पश्चिमी देशों की एक चाल है. पोलियो की खुराक पिलाना गलत है. पाक सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद वहां पोलियो की रोकथाम के प्रयास विफल हो रहे हैं.
भारत में 3 साल से कोई नहीं
दूसरी ओर भारत ने पोलियो उन्मूलन में काफी तरक्की की और इसका अंत कर दिया. अब अगले महीने भारत को इस आशय का अंतरराष्ट्रीय प्रमाण पत्र मिल जाएगा. तीन साल से यहां पोलियो का एक भी मामला सामने नहीं आया है.