तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद मची तबाही की गिनती अभी भी जारी है. इमारतों के मलबे से शव निकाले जा रहे हैं. 6 फरवरी को आए इस भूकंप ने तुर्की के कई शहरों के तबाह कर दिया है. समाचार एजेंसी Reuters के मुताबिक तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में 46,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. मौत का यह आंकड़ा अभी और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है.
रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की में लगभग 264,000 अपार्टमेंट नष्ट हो गए हैं और कई लोग अभी भी लापता हैं. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दल का काम जारी है और मलबे के नीचे दबे लोगों की आवाजें सुनी जा सकती हैं.
मलबों के नीचे दबे लोग
आपदा प्रभावित क्षेत्र में अब रेस्क्यू उन लोगों पर केंद्रित हो गया है, जिनके पास इस कड़कड़ाती हुई सर्दी में भोजन और रहने की व्यवस्था नहीं है. तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि भूकंप के बाद अब हालात नियंत्रण में हैं. तुर्की के राष्ट्रपति ने बताया कि भूकंप के बाद 2 करोड़ से ज्यादा लोग पहले ही प्रभावित इलाकों को छोड़ चुके हैं और सैकड़ों इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं. एर्दोगन ने अंकारा में एक टीवी भाषण में कहा, 'हम न केवल अपने देश में बल्कि मानवता के इतिहास में भी सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना कर रहे हैं.'
भारत की ओर से भेजी गई राहत सामग्री
तुर्की और सीरिया में राहत और बचाव कार्य के लिए भारत की ओर से भी मदद की जा रही है. प्रभाविक क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं, जो रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर इलाज तक कर रही हैं. सेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान के जरिए तुर्की और सीरिया में मोबाइल, अस्पताल, दवाइयां और कई राहत सामग्रियों से भरी 5 फ्लाइट भेजी जा चुकी हैं. इसके अलावा एक C-130 जे विमान पर भी राहत सामग्री भेजी गई है.
लगातार 5 झटकों से दहला तुर्की
तुर्की में भूकंप का पहला झटका 6 फरवरी की सुबह 4.17 बजे आया था, जिसकी रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था. इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी. भूकंप के झटकों का यह दौर यहीं नहीं रुका. इसके बाद 6.5 तीव्रता का एक और झटका लगा.
भूकंप के इन झटकों ने मालाटया, सनलीउर्फा, ओस्मानिए और दियारबाकिर सहित 11 प्रांतों में तबाही मचा दी. शाम 4 बजे भूकंप का एक और यानी चौथा झटका आया. बताया जा रहा है कि इस झटके ने ही सबसे ज्यादा तबाही मचाई. इसके ठीक डेढ़ घंटे बाद शाम 5.30 बजे भूकंप का 5वां झटका आया.