चीन के अरल में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 रही. यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र ने इसकी जानकारी दी है. फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. भूकंप अरल (चीन) के 111 किमी दक्षिण पूर्व में आया. इसके अलावा मध्य एशिया में स्थित देश किर्गिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिसकी तीव्रता 5.8 रही. इसका अक्षांश: 39.84 और देशांतर: 82.28, रहा. जबकि इसकी गहराई जमीन से 10 किमी नीचे रही.
शनिवार को ईरान के खोय शहर में भूकंप आया था. जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई और करीब 440 लोग घायल हो गए. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.9 थी. भूकंप के झटके आस-पास के कई शहरों में महसूस किए गए. भूकंप तुर्की-ईरान सीमा के पास उत्तर पश्चिमी ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत के खोय शहर में आया.
क्यों आता है भूकंप
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैनटल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है.
कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है. कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते. जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट तक जाती है.