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जमींदोज इमारतें, मलबों का ढेर, ढेर में जिंदगियों की तलाश में जुटीं रेस्क्यू टीमें...ये हाल इन दिनों के तुर्की के शहरों का हो गया है. तुर्की में सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली ने हर तरफ तबाही मचा दी है. इस तबाही को सैटेलाइट तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है.
तुर्की के शहरों की जो सैटेलाइट तस्वीरों सामने आई हैं, उनमें मलबों के ढेर में बदली इमारतों, आसपास खड़े इमरजेंसी वाहनों और टेंट के बने राहत शिविरों को देखा जा सकता है. ये सैटेलाइट तस्वीरें Maxar Technologies द्वारा जारी की गई हैं. ये तस्वीरें तुर्की के इस्लाहिये और नूरदागी इलाके में भूकंप से हुई तबाही का मंजर दिखाने वाली हैं.
इस्लाहिये शहर में दर्जनों इमारतें ढह गई हैं. शहर के बीचों बीच बनी हकी अली ओत्तुर्क मस्जिद के पास बने घर अब तबाह हो चुके हैं. शहर के सिर्फ 2 ब्लॉक में ही 13 इमारतें तबाह हो गईं. ये सभी तीन से 5 मंजिला थीं. मस्जिद परिसर के पास बनी दो ऊंची इमारतें भी पूरी तरह से तबाह हो गईं.
इस्लाहिये शहर में हर तरफ बुलडोजर नजर आ रहे हैं. ये इमारतों के मलबों को हटा रहे हैं. वहीं रेस्क्यू टीमें मलबों में दबीं जिंदगियों को बचाने में जुटी हैं. नूरदागी में हाईवे पर दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली मलबों से भरे नजर आ रहे हैं.
नूरदागी एक हरा भरा शहर माना जाता है. यहां अब सिर्फ टेंट नजर आ रहे हैं, जहां जीवित निकाले जा रहे लोगों और कर्मचारियों को शरण दी जा रही है. नूरदागी शहर में इमारतें तबाह हो चुकी हैं. कुछ इमारतें खड़ी जरूर हैं, लेकिन इनको भी काफी नुकसान पहुंच चुका है.
भूकंप से तुर्की से सीरिया तक तबाही
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. दोनों देशों में अब तक 8000 लोगों की मौत हो चुकी है. तुर्की में 5,894 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि 34,810 लोग घायल हैं. वहीं विद्रोहियों के नियंत्रण वाले सीरिया में 1,220 लोगों की जान गई है. जबकि सीरिया में सरकार नियंत्रित इलाकों में 812 लोगों की मौत हुई है. तुर्की और सीरिया में करीब 11000 इमारतें तबाह हो चुकी हैं.
तुर्की की मदद के लिए आगे आए 70 देश
तुर्की में 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान किया गया है. यहां सभी स्कूलों को 13 फरवरी तक बंद कर दिया गया. इतना ही नहीं सभी सरकारी इमारतों को शेल्टर होम बनाया गया है. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने बताया कि अब तक 70 देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं. उन्होंने कहा कि यह तुर्की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी आपदा है. तुर्की में 10000 कंटेनर को शेल्टर बनाने की तैयारी की गई है.
तुर्की की ऐतिहासिक इमारतों को भी पहुंचा नुकसान
तुर्की-सीरिया में सोमवार को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इसका केंद्र गांजियाटेप प्रांत में था. इसके बाद तुर्की में कई आफ्टरशॉक आए. इन झटकों ने सभी को दहला दिया. इमारतें देखते ही देखते ढह गईं और घर मलबे में तब्दील हो गए. इस विनाश में तुर्की का 2200 साल पुराना किला भी जमींदोज हो गया. इसे तुर्की का सबसे संरक्षित किला माना जाता रहा है. इसका इतिहास रोमन साम्राज्य के दौर से जुड़ा हुआ है, जिसका इस्तेमाल वॉचटावर के तौर पर किया जाता था.