पश्चिम अफ्रीकी देशों सियरा लियोन, गिनी और लाइबेरिया में इबोला का खतरनाक संक्रमण फैला हुआ है. इन देशों में 40 से 50 हजार भारतीय फंसे हुए हैं. वे स्वदेश लौटना चाहते हैं लेकिन कंपनियां पासपोर्ट नहीं लौटा रही हैं. इबोला इन तीन देशों में 729 लोगों की मौत हो चुकी थी. अब तक 1500 से ज्यादा मामले सामने चुके हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इबोला को रोकना नामुमकिन नहीं हैं लेकिन बहुत मुश्किल है. इन देशों ने इबोला को नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाने की घोषणा की है. शुक्रवार को इन देशों के राष्ट्रपतियों की कोनाक्री में बैठक हुई. संगठन ने प्रभावित राष्ट्रों को चेतावनी दी कि यह महामारी काबू से बाहर हो रही है और अन्य देशों में फैल सकती है, जिससे लोगों की जान को खतरा हो सकता है और गंभीर आर्थिक समस्या आ सकती है.
इबोला वायरस के बढ़ते खतरे पर चिंता जताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका में इस बीमारी को फैलने से रोकने के एहतियात के तौर पर अगले हफ्ते वाशिंगटन में होने वाले अमेरिकी-अफ्रीकी सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को जांच के दौर से गुजरना होगा.
क्या है इबोला?
एक वायरस जिनकी संख्या तेजी शरीर में बढ़ती है. यह वायरस 2 से 21 दिन तक फैलता है. इनके संक्रमण से वायरल बुखार होता है. सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, गले में जलन, आंखें लाल होना और कमजोरी इसके लक्षण हैं. शरीर में कोशिकाओं में से साइटोकाइन नामक प्रोटीन बाहर आने लगता है. इससे शरीर में जलन महसूस होती है. साथ ही दूसरी कोशिकाओं पर भी यहीं प्रक्रिया शुरू हो जाती है. इसमें कोशिकाएं नसों को छोड़ने लगती हैं और नसों से खून बाहर आने लगता है. यह रुकता नहीं है. 40 साल पहले इसके वायरस की खोज हुई थी.
कैसे फैलता है?
1. संक्रमण ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आने से (हाथ मिलाने या छींक से भी)
2. महामारी वाले इलाके के पशुओं के संपर्क में आने से
3. परिवार में या साथ रहने वालों में से किसी को दस्त, उल्टी या खून निकलने से
यह बीमारी इबोलागिनी से शुरू हुई. फिर लाइबेरिया और सियरा लियोन में फैली. सियरा लियोन ने बुधवार को इमर्जेंसी घोषित की थी.