लीबिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के हाथों मिस्र के 21 ईसाइयों के सिर कलम किए जाने का वीडियो जारी होने के बाद मिस्र ने आतंकी संगठन के ठिकानों को निशाना बनाकर बमबारी की है. इसमें 64 आतंकवादी मारे गए हैं. मिस्र ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि उसने लीबिया में सैन्य कार्रवाई की है. उसके विमानों ने आईएस के प्रशिक्षण शिविरों और हथियारों के गोदामों पर बमबारी की.
लीबियाई सेना के प्रवक्ता ने बताया कि मिस्र और लीबिया के संयुक्त अभियान में आईएस के 64 आतंकवादी मारे गए और कई घायल हो गए. मिस्र के 21 ईसाइयों का सिर कलम किए जाने संबंधी वीडियो जारी होने के बाद यह सैन्य कार्रवाई आरंभ की गई. पांच मिनट के इस भयावह वीडियो में दिखाया गया है कि लीबिया की राजधानी त्रिपोली के पास एक समुद्री तट पर नारंगी रंग के जंपसूट पहने बंधकों के हाथ बंधे हुए हैं और काले नकाब पहने आतंकी उन्हें मौत के घाट उतार दे रहे हैं. वीडियो के एक अंश के अंत में एक आतंकी कहता है, 'जिस समुद्र में तुमने शेख ओसामा बिन लादेन को दफना दिया था, अल्लाह की कसम खाते हैं कि उसी समुद्र के पानी को तुम्हारे खून से रंग देंगे.'
लीबिया से एक माह पहले अपहृत हुए इन 21 मिस्रवासियों की हत्या से ये आशंकाएं बढ़ गई हैं कि इस्लामिक आतंकी समूह ने दक्षिणी इटली के पास एक प्रत्यक्ष संबद्ध संगठन तैयार कर लिया है. इसी आशंका की ओर इशारा करते हुए एक आतंकी वीडियो में कहता है कि समूह अब ‘रोम पर फतह’ हासिल करने की योजना बना रहा है. इस चरमपंथी समूह द्वारा अपने नियंत्रण क्षेत्र सीरिया और इराक से बाहर की गई सिर कलम करने की ये घटनाएं अपनी तरह की पहली घटनाएं हैं और मिस्र में इन हत्याओं की तत्काल और कड़ी निंदा की गई है.
मिस्र की सेना ने एक बयान में घोषणा की कि उसने लीबिया में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं और इनमें प्रशिक्षण शिविर और हथियारों के भंडार केंद्र भी शामिल हैं.
-इनपुट भाषा से