मिस्र के मुख्य न्यायाधीश अदली मंसूर ने गुरुवार को देश के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. मंसूर ने मोहम्मद मोर्सी का स्थान लिया है, जिन्हें सेना ने सत्ता से बेदखल कर दिया है.
मिस्र के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले मंसूर ने देश की सर्वोच्च संवैधानिक अदालत (एससीसी) के प्रमुख के रूप में शपथ ली.
गौरतलब है कि मिस्र की शक्तिशाली सेना ने देश में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित हुए प्रथम राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को बुधवार रात कुर्सी से बेदखल कर दिया और संविधान को रद्द कर दिया गया. सेना द्वारा लोगों की मांग मानने के लिए ली गई 48 घंटे की मियाद खत्म होने के बाद यह कदम उठाया गया है.
मिस्र के सैन्य कमांडर अब्देल फतह अल सीसी ने टीवी पर एक बयान में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति मोर्सी की जगह संवैधानिक अदालत के मुख्य न्यायाधीश को बिठाया गया है.
मिस्र के अपदस्थ नेता मोहम्मद मोर्सी को सेना द्वारा पद से हटाए जाने के चंद घंटे बाद अधिकारियों ने उन्हें और उनके कुछ महत्वपूर्ण समर्थकों को हिरासत में ले लिया. इस सबके बावजूद मोर्सी ने कहा कि वह देश के वैधानिक नेता हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम ब्रदरहुड के दो वरिष्ठ सदस्यों के हवाले से कहा गया है कि 61 वर्षीय मोर्सी को उनके शीर्ष सहयोगियों के साथ एक सैन्य प्रतिष्ठान में रखा गया है.