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इस अफ्रीकी देश में 80 दिनों से फंसे हुए 16 भारतीय नाविक, मदद की लगा रहे गुहार

अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में पिछले 80 दिनों से 16 भारतीय नाविक फंसे हुए हैं. उन्हें डिटेंशन में रखा गया है. उनकी तरफ से एक वीडियो भी जारी किया गया है जहां पर वे मदद की गुहार लगा रहे हैं. भारतीय दूतावास उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश में लगा हुआ है.

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अफ्रीकी देश में 80 दिनों से फंसे हुए 16 भारतीय नाविक
अफ्रीकी देश में 80 दिनों से फंसे हुए 16 भारतीय नाविक

अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में पिछले 80 दिनों से 16 भारतीय नाविक फंसे हुए हैं. उनकी तरफ से मदद की गुहार लगाई जा रही है, उन्हें डर है कि नाइजीरिया की नौसेना उन्हें गिरफ्तार ना कर ले. अभी के लिए इक्वेटोरियल गिनी में मौजूद भारतीय दूतावास उन नाविकों के रिलीज की कोशिश में लगा हुआ है. उनकी तरफ से वहां के प्रशासन से लगातार बात की जा रही है, समाधान निकालने का प्रयास हो रहा है.

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राज्यसभा सांसद ने उठाया था मुद्दा

जारी बयान में भारतीय दूतावस ने कहा है कि अगस्त महीने से 16 नाविकों को डिटेन में रखा हुआ है. हमारी तरफ से लगातार उनसे फोन पर बात की जा रही है. उन लोगों से हमने मुलाकात भी की है. अभी हर डेवलपमेंट पर हमारी पैनी नजर है और जल्द समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है. जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले राज्यसभा सांसद ए.ए रहिम की तरफ से विदेश मंत्रालय के सामने ये मुद्दा उठाया गया था. उन्होंने ही बताया था कि 16 भारतीय नाविकों को डिटेन कर लिया गया है. उनकी तरफ से ये भी जानकारी दी गई थी कि इक्वेटोरियल गिनी के प्रशासन ने शिप के मालिक से मोटी फीस वसूली ली थी और वो दी भी गई. लेकिन उसके बाद भी उन्हें पकड़ लिया गया और अब तक रिलीज नहीं किया गया.

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फंसे हुए नाविकों ने क्या कहा?

जो नाविक वहां फंसे हुए हैं, आजतक के पास उनका एक वीडियो भी मौजूद है. उस वीडियो में वे बता रहे हैं कि उन्हें ना खाना मिल रहा है और ना ही उनके पास दूसरी जरूरी चीजें हैं. शिप पर मौजूद रहे कैप्टन तनुज मेहता ने वहां पर मौजूद सभी नाविकों की आपबीती विस्तार से बताई है.

वे कहते हैं कि हमे जहाज से उतारकर इक्वेटोरियल गिनी के डिटेंशन सेंटर जैसी जगह पर बंद कर दिया गया है. हमारे पास खाने पीने का कोई सामान नहीं है, सोने के लिए बिस्तर नहीं है. हमे यहां पर बंद रखा गया है और बाहर जाने की अनुमति नहीं है. हमे ऐसा लगता है कि ये लोग अब हमे किसी तरह नाइजीरिया की जेल में भेजने की कोशिश करने वाले हैं. हमारे परिवार वाले हमारी चिंता कर रहे हैं. हम भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हैं. वे हमारी मदद कर सकते हैं. उनके अलावा थर्ड ऑफिसर रौशन अरोड़ा ने भी वीडियो के जरिए अपना दर्द बयां किया है.

पीएम मोदी से मदद की गुहार

वीडियो में वे कह रहे हैं कि प्लीज हमे यहां से बाहर निकलवाइए. हम पिछले 85 दिनों से यहां पर फंसे हुए हैं. हमारे चीफ ऑफिसर को पहले ही यहां की नेवी अपने साथ ले गई है. हमको भी रात को नाइजीरिया नेवी के हवाले कर दिया जाएगा. यहां पर कमांडर पहले ही आ चुके हैं, अब आगे क्या होने वाला है, हमे कोई आइडिया नहीं. हमे पूरी उम्मीद है कि पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर हमारी मदद जरूर करेंगे और हमे यहां से बाहर निकलवाएंगे. अभी के लिए इन नाविकों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. कब तक इन्हें रिलीज किया जाएगा, ये स्पष्ट नहीं.

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इस घटना पर OSM का बयान भी आजतक के पास मौजूद है. जारी बयान में कहा गया है कि वहां फंसे नाविकों को अपराधियों की तरह ट्रीट किया जा रहा है. उन पर आधिकारिक तौर पर कोई चार्ज नहीं लगाया गया है, लेकिन फिर भी पिछले तीन महीने से वे कैद में हैं. ये बहुत बड़ा अन्याय है. अगर ये वैसल किसी दूसरे देश के क्षेत्राधिकार में चला गया तो जल्द समाधान निकलने की उम्मीद भी कम हो जाएगी.

 

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