पाकिस्तान की 20 करोड़ की आबादी में सिर्फ 10 फीसदी गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं. जिसमें से ज्यादातर हिंदू हैं. पाकिस्तान सरकार और फौज के लिए वहां के हिंदू किसी जानवर की तरह हैं. जिन पर जुल्म ढाने में पाकिस्तान अपनी शान समझता है. गुरुवार को पाकिस्तान में अल्पसंख्यक दिवस मनाया गया. तो पाकिस्तान के हर शहर में हिंदू आबादी सड़कों पर उतर आई. और खुद पर हो रहीं ज्यादतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगी. प्रदर्शनों में हिंदू आबादी का दर्द फूट पड़ा.!
मियां मिट्ठू करवा रहे धर्म परिवर्तन
पाकिस्तान की गली-गली और शहर शहर में इन दिनों हिंदुओं का गुस्सा उबाल पर है. इस गुस्से के केंद्र बिंदु में हैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के पूर्व सांसद पीर अब्दुल हक. जिन्हें पाकिस्तान में मियां मिट्ठू के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि पाकिस्तान में हिंदुओं के धर्म परिवर्तन का ठेका इन्ही मियां मिट्ठू ने उठाया हुआ है. मियां मिट्ठू को हिंदुओं और खासकर हिंदू लड़कियों का अपहरण करवाकर उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने में महारत हासिल है. उनके खिलाफ 117 मामले दर्ज हैं.
संसद में कई बार उठाई आवाज
पाकिस्तान में नर्क भोग रहे हिंदुओं की आवाज़ है. जिसे दबाने में पाकिस्तान जरा भी नहीं हिचकता. 11 अगस्त को जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यक दिवस मनाया जा रहा था. तो पाकिस्तान की अल्पसंख्यक हिंदू आबादी जुल्मों-सितम के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए मिया मिट्ठू को जम कर कोसा! और सरकार से उनसे खिलाफ कार्रवाई की अपील की. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के मेंबर और सत्ताधारी पार्टी के सांसद डॉक्टर रमेश कुमार वांकवानी पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर पाकिस्तानी संसद को कई बार नींद से जगाने की कोशिश कर चुके हैं. 'आज तक' से बात करते हुए वांकवाणी ने कहा 'मैं हिंदुओं की आवाज उठाता हूं, मियां मिट्ठू जैसे लोग जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराते हैं, जिसको रोकने के लिए हमलोगों ने कई बार संसद में आवाज उठाई है.
बीते कुछ दिनों में बढ़ हिंदुओं पर हमले
वैसे तो पाकिस्तान में हिंदुओं का शोषण कोई नई बात नहीं है. पूरी दुनिया पाकिस्तान के हिंदू विरोधी चरित्र को पहचानती है लेकिन पाकिस्तान की सड़कों पर हिंदुओं का ये गुस्सा इसलिए भड़का है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में हिंदुओं पर हमले की घटनाएं बढ़ गईं हैं. कराची में एक हिंदू लड़के सतीश का कत्ल और एक हिंदू डॉक्टर को गोली मारने की घटनाओं ने हिंदुओं को बगावत करने पर मजबूर कर दिया है.
हिंदू लड़की होना सबसे ज्यादा खतरनाक
मियां मिट्ठू जैसे लोग कैसे पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. उसकी असलियत खुद वहां की मीडिया दुनिया के सामने लाती आई है. पाकिस्तान में हिंदू होना और उसपर भी हिंदू लड़की होना कितना बड़ा खतरा है, ये किसी से छिपा नहीं है. पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार नजम सेठी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए बताया की अगर मुल्ला का बस चले तो ये जानवरों को भी इस्लाम कुबूल करवा दें. इनकी कट्टरता की वजह से ही पाकिस्तान पूरी दुनिया में बदनाम हो रहा है.
हर साल 300 हिंदू लड़कियों का अपहरण
पाकिस्तान में हिंदू होना कितना बड़ा गुनाह है, इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि हर साल पाकिस्तान में 300 हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया जाता है. पाकिस्तान की संस्था 'Movement For Solidarity And Peace' की रिपोर्ट के मुताबिक अगवा होने वाली ज्यादातर हिंदू लड़कियों की उम्र सिर्फ 12 से 15 साल होती हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अपहरण करने के बाद हिंदू लड़कियों की जबरदस्ती शादी करवाकर उनसे इस्लाम कबूल करवाया जाता है.