अफगानितान की राजधानी काबुल के मध्य में शुक्रवार को कम से कम दो शक्तिशाली धमाके हुए. अफगान पुलिस और नाटो की अगुवाई वाला अंतरराष्ट्रीय गठबंधन धमाकों की वजह का पता अब तक नहीं लगा पाया है.
बहरहाल, सूत्रों ने कहा कि जिस इलाके में धमाके हुए उसी इलाके में भारतीय दूतावास की इमारत भी है पर उसे कोई क्षति नहीं हुई. दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.
जब सुरक्षा बल उस जगह जा रहे थे, जहां धमाके हुए, तो गोलियां चलनी शुरू हो गयीं. धमाके स्थानीय समय के मुताबिक आज शाम चार बजे हुए. अफगानिस्तान में सप्ताहांत का आज पहला दिन है.
काबुल पुलिस के प्रवक्ता हशमत स्तानिकजई ने बताया कि एनडीएस (खुफिया एजेंसी) अस्पताल और एपीपीएफ (अफगान पुलिस सुरक्षा बल) के मुख्यालय के नजदीकी इलाके में धमाके हुए हैं. हम मामले की जांच कर रहे हैं.
एक स्थानीय दुकानदार जावेद काजिम ने कहा, ‘जिस वक्त धमाका हुआ उस वक्त मैं अपनी दुकान में बैठा था. यह इतना शक्तिशाली धमाका था कि धमाके के मिनटों बाद भी मेरी कुर्सी हिलती रही.’
उन्होंने बताया, ‘धुआं उठ रहा है और गोलियां अब भी चल रही हैं.’ इस बीच, पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने इलाके की एक इमारत में पोजिशन ले ली है. दो शक्तिशाली धमाकों और फिर गोलीबारी से तालिबान की ओर से किए गए इस हमले की शुरुआत हुई.