विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व आज जिन चुनौतियों से जूझ रहा है उसमें जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद सबसे गंभीर चुनौतियां हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम विश्व को जलवायु परिवर्तन से बचाना चाहते हैं तो विकसित देशों को छोटे देशों के लिए आगे आना होगा.
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी पाकिस्तान के आतंकवाद से पीड़ित है. आज आतंकवाद का राक्षस कहीं धीमी गति से तो कहीं तेज गति से हर जगह पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी घटना को अंजाम देने में ही माहिर नहीं है, बल्कि इसको छिपाने में भी माहिर है. दुनिया ने पाकिस्तान का सही चेहरा पहचान लिया है. सुषमा स्वराज ने कहा कि आंतकवाद के वातावरण में पाकिस्तान से बातचीत मुमकिन नहीं है. विश्व के इनामी आतंकी पाकिस्तान में सेनानी कहे जाते हैं.
उन्होंने कहा कि ओसामा बिन लादेन को पूरी दुनिया में खोजा जा रहा था लेकिन किसी को नहीं पात था कि खुद को अमेरिका का दोस्त बताने वाले पाकिस्तान ने ही उसे छिपा रखा था. 9/11 का दोषी तो मारा गया लेकिन 26/11 का दोषी आज तक जिंदा है. सुषमा स्वराज ने कहा कि 9/11 का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में छिपा था.
9/11 incident in New York & 26/11 incident in Mumbai ruined the expectations of peace. India has been a victim of this & the challenge of terrorism in India is coming from none other than our neighbouring nation: EAM Sushma Swaraj at #UNGA pic.twitter.com/Q2jniRTxlH
— ANI (@ANI) September 29, 2018
विदेश मंत्री ने कहा कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद खुलेआम पाकिस्तान में रैलियां कर रहा है और भारत को धमकी दे रहा है. पाकिस्तान उस पर कार्रवाई करने की बजाय उसको संरक्षण दे रहा है.
#WATCH: EAM Sushma Swaraj in her address at #UNGA reacts on meeting between her and Pakistan foreign minister on the sidelines of UNGA called off by India pic.twitter.com/lobY7BKLWj
— ANI (@ANI) September 29, 2018
सुषमा स्वराज ने कहा कि जटिल से जटिल मुद्दों के सिर्फ बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है, इसीलिए पाकिस्तान के साथ कई बार वार्ता की कोशिश भी की गई. लेकिन हर बार पाकिस्तान की हरकतों की वजह से वार्ता रुकी है. भारत में अनेक राजनीतिक दलों की सरकार केंद्र में बनी है. हर सरकार ने बातचीत के द्वारा विवाद सुलझाने की कोशिश की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शपथग्रहण समारोह के पहले ही सार्क के सभी नेताओं को आमंत्रित करके ये शुरुआत कर दी थी.
सुषमा स्वराज ने कहा कि अब भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर न्यूयॉर्क में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत होने की इच्छा जताई. भारत ने पाकिस्तान का प्रस्ताव मंजूर किया लेकिन चंद घंटों बाद जम्मू-कश्मीर में 3 पुलिसकर्मियों के अपहरण कर के हत्या कर दी. क्या ये हरकतें बातचीत की नीयत को दर्शाती हैं?