पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने दावा किया है कि भारत सहित पूरे क्षेत्र में चरमपंथ बढ़ रहा है, जबकि पाकिस्तान के ज्यादातर हिस्सों में सरकार की सक्रिय नीतियों के कारण शांति सुनिश्चित हुई है.
मलिक ने कहा, ‘भारत में भी चरमपंथ बढ़ रहा है और इस समस्या से निपटने की जरूरत है. इससे दुनिया की सुरक्षा को खतरा है.’ उन्होंने सरकारी समाचार एजेंसी एपीपी को दिए साक्षात्कार में कहा कि विकसित देश भी ठेठ सोच के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं जिससे हिंसा फैल रही है.
दूसरी ओर, मलिक ने दावा किया कि कराची को छोड़कर पूरे पाकिस्तान में शांति सुनिश्चित की गई है और यह सरकार की अतिसक्रिय नीतियों के कारण संभव हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘लोग उन इलाकों में घूम सकते हैं जो कभी प्रतिबंधित संगठनों के ठिकाने हुआ करते थे. अब हम जहां जाते हैं, वहां शांति मिलती है. हम गिलगिट जा सकते हैं. हम शांति हर जगह देख सकते हैं और बिना किसी डर के घूम सकते हैं.’
मलिक ने लश्कर-ए-झंगवी जैसे संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करने को लेकर पंजाब प्रांत की सरकार की खिंचाई की.
उन्होंने कहा, ‘अगर पंजाब सरकार ने झंगवी जैसे संगठनों के खिलाफ समय से कार्रवाई की होती तो कराची, क्वेटा और देश के दूसरे हिस्सों में स्थिति बदल सकती थी.’
पाकिस्तान की पीपीपी की नेतृत्व वाली सरकार का कार्यकाल 16 मार्च को पूरा हो रहा है. मलिक ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने संवाद और विकास की नीति अपनाने के साथ ही शांति एवं सुरक्षा के लिए बिना किसी की परवाह किए कड़े कदम भी उठाए.
उन्होंने पाकिस्तानी तालिबान को सलाह दी कि वे हिंसा त्यागें और निर्दोष लोगों का कत्ल बंद करें.