पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को सेना ने हिरासत में ले लिया है. उनके खिलाफ अब कोर्ट मार्शल की कार्रवाई की जाएगी. फैज को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का बेहद करीबी माना जाता है. वह एक समय में पाकिस्तान के प्रभावशाली लोगों की सूची में थे.
इमरान खान प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए ISI चीफ के तौर पर उनके कार्यकाल को बढ़ाना भी चाहते थे. लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका. हमीद एक समय में पाकिस्तानी सेना के प्रमुख पद की रेस में भी थे. इमरान उन्हें सेना प्रमुख बनाना चाहते थे. लेकिन इमरान खान के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद हमीद की भी उल्टी गिनती शुरू हो गई.
क्या है टॉप सिटी केस?
फैज हमीद की गिरफ्तारी और कोर्ट मार्शल 'टॉप सिटी' नाम की हाउसिंग स्कीम से जुड़ी हुई है. यह मामला उस समय सुर्खियों में आया था, जब टॉप सिटी हाउसिंग डेवलपमेंट नाम की इस स्कीम के मालिक मोइज अहमद खान ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इस याचिका में आरोप लगाया था कि हमीद की ओर से आईएसआई ने उनके ऑफिस और आवास पर छापेमारी की. इस छापेमारी में सोना, हीरे और नकदी जब्त की गई. बाद में हमीद ने अहमद खान से चार करोड़ रुपये की उगाही की.
पाकिस्तानी कोर्ट ने इन आरोपों के जवाब में रक्षा मंत्रालय को मामले की जांच करने को कहा. कोर्ट ने कहा कि हमीद के खिलाफ लगाए गए आरोप बहुत ही गंभीर हैं और इन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता क्योंकि अगर ये सच साबित हुए तो इससे संघीय सरकार, सेना, आईएसआई सहित पाकिस्तान के संस्थानों की प्रतिष्ठा धूमिल होगी.
इमरान खान बनाना चाहते थे सेना प्रमुख
इमरान खान के कार्यकाल में फैज हमीद की गिनती पाकिस्तान के सबसे ताकतवर शख्स के तौर पर होती थी. इमरान खान ने हमीद को पाकिस्तान का सैन्य प्रमुख बनाने की भरसक कोशिश की थी. लेकिन सेना के तत्कालीन प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने इसका विरोध किया था, जिसके बाद असीम मुनीर को पाकिस्तान का अगला सैन्य प्रमुख बनाया गया था.
कौन हैं फैज हमीद?
फैज हामिद पाकिस्तानी सेना के रिटायर्ड जनरल हैं. वह 2019 से 2022 तक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख रहे हैं. वह आईएसआई के 24वें डायरेक्टर जनरल थे. सेना में भर्ती होने के बाद फैज हमीद को बलूच रेजिमेंट में कमीशन दिया गया था. उन्होंने दिसंबर 2022 में समय से पहले रिटायरमेंट ले ली थी.
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब आईएसआई जैसे किसी ताकतवर इकाई के किसी मौजूदा या पूर्व प्रमुख को कोर्ट मार्शल की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है.
हमीद 2017 में उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान की अगुवाई में फैजाबाद में हुए धरने को खत्म कराने में अहम भूमिका निभाई थी. 2021 में वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उस समय सुर्खियों में आए, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के तुरंत बाद काबुल के सेरेना होटल में कुछ तालिबानी अधिकारियों के साथ उनके चाय पीने की तस्वीरें वायरल हुई थीं.